World Chocolate Day 2022: 07 जुलाई को हर साल दुनियाभर में चॉकलेट डे मनाया जाता है. चॉकलेट निश्चित रूप से फेवरेट स्वाद में से एक है, कई जगहों पर कोको बींस को मैजिक बींस कहा जाता है. वर्ल्ड चॉकलेट डे पर बेकरी, कॉफी शॉप और कई दुकानों पर मेरिंग्यू पाई (खास तरह की मिठाई), मिल्क चॉकलेट पुडिंग से लेकर अलग-अलग तरह के चॉकलेट केक तक देखने को मिल जाएंगे. इस दिन को सेलिब्रेट करने के लिए लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और पार्टनर को चॉकलेट देते हैं. माना जाता है कि चॉकलेट का इतिहास ढाई हजार साल पुराना है.
वर्ल्ड चॉकलेट दिवस का इतिहास
चॉकलेट का इतिहास लगभग 2,500 साल पुराना बताया जाता है. एज़्टेक (एज़्टेक एक मेसोअमेरिकन संस्कृति थी जो मध्य मेक्सिको में 1300 से 1521 तक उत्तर-शास्त्रीय काल में फली-फूली.) ने सबसे पहले चॉकलेट की खोज की थी. उन्हें विश्वास था कि ज्ञान के देवता, क्वेटज़ालकोट ने उन्हें यह दिया था. वे कोको का इस्तेमाल अन्य चीजों के लेन-देन या कह लीजिए कोको के बीज मुद्रा के रूप में इस्तेमाल करते थे. लेकिन 16वीं शताब्दी तक चॉकलेट कड़वी ही थी.
कहा जाता है कि साल 1519 में स्पेनिश खोजकर्ता हर्नान कोर्टेस को चॉकलेट पीने के लिए दिया गया, जिसे वह अपने साथ स्पेन ले गया और बेहतर स्वाद के लिए उसमें वेनिला, चीनी और दालचीनी मिला दी. इसके बाद, सन 1550 में यूरोप में पहली बार 7 जुलाई के ही दिन चॉकलेट डे मनाया गया था. इसके बाद दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाने लगा. स्वाद बदलने के बाद चॉकलेट को दुनिया भर में पसंद किया जाने लगा.
कई बड़ी चॉकलेट कंपनियों की शुरुआत 19वीं और 20वीं शताब्दी हुई. कैडबरी, इंग्लैंड में 1868 में शुरू हुआ. इसके 25 साल बाद शिकागो में वर्ल्ड्स कोलंबियन एक्सपोज़िशन में चॉकलेट प्रोसेसिंग औजार खरीदे गए मिल्टन एस. हर्शे, अब दुनिया के सबसे बड़े और विश्व-प्रसिद्ध चॉकलेट क्रिएटर्स में से एक हैं. उन्होंने चॉकलेट-लेपित कारमेल का उत्पादन करके कंपनी शुरू की. नेस्ले की शुरुआत 1860 के दशक में हुई थी और यह दुनिया के सबसे बड़े खाद्य समूहों में से एक बन गया है.
चॉकलेट के फायदे और नुकसान
चॉकलेट, स्वाद में तो अच्छी है ही साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है. चॉकलेट में मौजूद ट्रीप्टोफैन हमें खुश रखते हैं. ट्रीप्टोफैन, हमारे दिमाग में इंडॉरफिन के लेवल को प्रभावित करता है, जिससे हम खुशी महसूस करते हैं. फिनैलेथाईलामीन केमिकल हमारे दिमाग में प्लेजर इंडॉर्फिन रिलीज करता है. इससे वजन को घटाने में मदद मिल सकती है. डार्क चॉकलेट का सेवन कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करके हार्ट अटैक के खतरे को भी कम करने में मदद करता है. डॉर्क चॉकलेट से हृदय स्वास्थ्य और ब्लड प्रेशर में भी सुधार देखा जा सकता है.
वहीं, इससे वजन ज्यादा कम होना और डायबिटीज का खतरा, हार्ट प्रॉब्लम, स्ट्रोक, एसिड रीफल्क्स, घबराहट और बेचैनी की समस्या, किडनी पर असर. पेट दर्द और हड्डियों में दर्द जैसी परेशानी भी हो सकती है. इसलिए इसकी सीमित मात्रा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.