पेरिस ओलंपिक में भारतीय रेसलर विनेश फोगाट के अयोग्य करार दिए जाने के बाद कुश्ती के नियमों की काफी चर्चा हो रही है. विनेश फोगाट के ज्यादा वजन की वजह से बाहर होने के बाद वजन से जुड़े नियमों की बात हो रही है और कुश्ती चर्चा में है. क्या आप जानते हैं रेसलिंग में एक कपड़े से जुड़ा भी नियम होता है, जो रेसलर अपने साथ रखता है. तो जानते हैं कपड़े से जुड़ी कुछ बातें, जो आपको जानना जरूरी है...
क्या होता है ये कपड़ा?
दरअसल, कुश्ती के रेसलर अपने साथ जो कपड़ा रखते हैं, वो एक रुमाल की तरह ही होता है और करीब इतना ही बड़ा होता है. इस रुमाल को रेसलिंग की भाषा में ब्लड रैग कहा जाता है और रेसलर्स इसे कुश्ती में अपने साथ रखते हैं. ये ब्लड रैग रेसलर्स के मैच के दौरान काम आता है. अगर किसी रेसलर के मैच के दौरान ब्लड आता है या ज्यादा पसीना आता है तो वो इससे साफ कर सकते हैं. बाउट के दौरान खून या पसीना साफ करने के लिए इस कपड़े का इस्तेमाल किया जाता है. ये कपड़ा रेसलर अपने सिंगलेट में रखते हैं.
क्या होता है सिंगलेट?
अगर सिंगलेट की बात करें तो कुश्ती के दौरान रेसलर, जो ड्रेस पहनकर रखते हैं, उसे सिंगलेट कहा जाता है. आपने देखा होगा कि रेसलिंग में खिलाड़ी शरीर से चिपका हुआ एक कपड़ा पहने रहते हैं, उसे ही सिंगलेट कहा जाता है. ये पूरी एक ही ड्रेस होती है और ये अलग अलग हिस्सों में डिवाइड नहीं होती है यानी एक ही यूनिट होती है. सिंगलेट की लंबाई और इसके कपड़े को लेकर भी रेसलिंग में नियम है. सिंगलेट की लंबाई आदि को लेकर नियम बने हुए हैं, जिनके हिसाब से ही सिंगलेट पहना जाता है.
और कौनसी एसेसरीज होती है?
सिंगलेट और ब्लडरैग के अलावा रेसलर्स को हल्के नीपैड पहनने की अनुमति होती है, जो घुटने पर पहने जाते हैं. इसके अलावा रेसलर मैच में ईयर गार्ड, हेडगियर आदि नहीं पहन सकते हैं. इसके अलावा पुरुष रेसलर ज्यादा बड़े बाल और दाढ़ी नहीं रख सकते हैं. साथ ही नाखून अच्छे से कटे होने चाहिए. ये वजन चेक करने के दौरान ही चेक कर लिया जाता है. वहीं, रेसलर्स हाथ में कोई पट्टी आदि नहीं पहन सकते हैं और साथ ही अंगूठी, कंगन, झुमके पहनने पर भी बैन है.
अगर कोई रेसलर पसीने में है तो उन्हें मैट पर जाने की इजाजत नहीं होती है और कई बार रेफरी उन्हें सूखने के लिए वापस भेज देता है. ना ही कुश्ती से पहले शरीर पर कोई चिपचिपा पदार्थ लगा सकते हैं.