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इन दो भाइयों ने इंसानों को लगाए थे 'पंख', ऐसे बनाया दुनिया का पहला प्लेन

राइट्स ब्रोदर्स ने 17 दिसंबर 1903 को अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में राइट फ्लायर नाम का हवाई जहाज उड़ाया था, जो दुनिया का पहला विमान था. यह विमान 120 फीट की ऊंचाई पर 12 सेकेंड तक उड़ा था. उन्होंने स्मिथसोनियन के प्रोफेसर सैमुअल लैंगली के प्रयोगों से भी मदद ली थी.

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The Wright Brothers
The Wright Brothers

आज से करीब 119 साल पहले अमेरिका के दो भाइयों का सपना हकीकत में बदला और दुनिया को पहली बार किसी इंसान को लेकर उड़ने वाली चीज के बारे में पता चला था. हम बात करें रहें विल्बर और ऑरविल राइट दो भाइयों की, जिन्होंने 17 दिसंबर 1903 को अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में राइट फ्लायर नाम का हवाई जहाज उड़ाया था. यह दुनिया का पहला विमान था. यह विमान 120 फीट की ऊंचाई पर 12 सेकेंड तक उड़ा था.

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विल्बर और ऑरविल राइट भाइयों ने अपने सपने को हकीकत बनाकर पूरी दुनिया को हैरान कर दिया था. इसकी शुरुआत साल 1899 से हुई थी, दोनों भाइयों ने उड़ान भरने के कॉन्सेप्ट पर वैज्ञानिक प्रयोग करना शुरू किया. उन्होंने स्मिथसोनियन के सैमुअल लैंगली के प्रयोगों की मदद ली. लैंगली, एक अमेरिकी विमानन अग्रणी, खगोलशास्त्री और भौतिक विज्ञानी थे जिन्होंने बोलोमीटर का आविष्कार किया था. वह स्मिथसोनियन इंस्टीट्यूशन के तीसरे सचिव और पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय में खगोल विज्ञान के प्रोफेसर थे. लेकिन अब तक वे भी उड़ान भरने में सफल नहीं हुए थे.

वहीं, राइट्स ब्रोदर्स ठान चुके थे कि वे हार नहीं मांगे. उन्होंने लैंगली के प्रयोगों से सिखा, उनके साथ मिलकर भी कई प्रयोग किए. एक रिपोर्ट के मुताबिक विल्बर का कहना था, "मोटर के बिना उड़ना संभव है, लेकिन नॉलेज और स्किल के बिना." राइट्स ने लकड़ी, मलमल (एक सूती कपड़ा) और एल्यूमिनियम की मदद से 6.4 मीटर (21 फीट 1 इंच) लंबे, 2.8 मीटर (9 फीट 4 इंच) ऊंचे और 274 किलोग्राम (605 पौंड) वजनी विमान तैयार कर लिया है, जिसका विंगस्पैन 12.3 मीटर (40 फीट 4 इंच) का था. 17 दिसंबर 1903 को उन्होंने इस प्लेन के साथ बिग किल डेविल हिल के ऊपर से उड़ान भरी और खुद का पहला पायलट बना लिया. 

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इससे पहले, राइट्स ब्रोदर्स ने कई बार हवा में उड़ने वाले ग्लाइडर बनाए और अंत में जाकर हवाई जहाज बनाने का उनका सपना सच हुआ. राइट्स बंधुओं को अपने सपने को साकार करने में उनके परिवार से भी पूरी मदद मिली. लेखिका पामेला डंकन एडवर्डस ने अपनी किताब ‘द राइट ब्रदर्स’ में लिखा है कि विल्बर ने कहा, 'हम खुशकिस्मत थे कि हमारी परवरिश ऐसे माहौल में हुई जहां बच्चों को उनकी बौद्धिक रुचियों और उत्सुकताओं की दिशा में काम करने की आजादी मिली हुई थी.'

बता दें कि दावा यह भी किया जाता है कि सबसे पहला विमान भारत में बना और उड़ाया गया था. कहा जाता है कि 1895 में विमान वैज्ञानिक शिवकर बापूजी तलपड़े ने मुंबई के चौपाटी तट पर दुनिया का पहला विमान उड़ाया था, जिसे हजारों लोगों ने देखा. यह विमान जमीन से 1500 फीट ऊंचाई तक उड़ा था. आपको याद होगा साल 2015 में बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना ने एक फिल्म 'हवाइजादा' की थी. यह फिल्म शिवकर बापूजी तलपड़े के जीवन पर आधारित थी. हालांकि, आयुष्मान ने एक इंटरव्यू में यह भी कहा था कि शिवकर बापूजी तलपड़े ने दुनिया का पहला विमान उड़ाया था.

 

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