बिहार में कोविड-19 के मामलों में लगातार कमी आ रही है. ऐसे में राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि अगले सप्ताह से विश्वविद्यालय, कॉलेज और 11वीं और 12वीं कक्षा के स्कूल खोले जाएंगे. आइए जानें- बिहार में स्कूल-कॉलेज खोलने की पूरी योजना क्या है, क्या एसओपी होगी लागू, कितने छात्र अटेंड करेंगे क्लास.
सोमवार को आपदा प्रबंधन समूह की बैठक हुई. उसमें यह फैसला लिया कि अनलॉक-5 में लोगों को और ज्यादा राहत दी जाएगी जिसके अंतर्गत कॉलेज और स्कूल 50 फ़ीसदी उपस्थिति के साथ खोले जाएंगे. यानी स्कूल-कॉलेज में एक शिफ्ट में 50 फीसदी उपस्थिति होगी.
बिहार में अनलॉक-5 7 जुलाई से 6 अगस्त तक लागू रहेगा. इसलिए अगले सप्ताह से कॉलेज और स्कूल को खोले जाने को लेकर शिक्षा विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसको लेकर जल्द ही एक विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी. गाइडलाइन में स्कूल खोलने को लेकर सारी तैयारियां और बच्चों व पेरेंट्स के लिए दिशानिर्देश होंगे.
जानकारी के मुताबिक कॉलेज और स्कूल में वयस्क शिक्षक, छात्र और अन्य कर्मचारियों को अलग से कोविड-19 का टीका दिए जाने को लेकर भी राज्य सरकार विशेष व्यवस्था कर रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बाबत सोमवार को ट्वीट करके जानकारी भी दी.
मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा कि विश्वविद्यालय, सभी कॉलेज, तकनीकी शिक्षण संस्थान, सरकारी प्रशिक्षण संस्थान, 11वीं और 12वीं तक के विद्यालय 50 फ़ीसदी छात्रों की उपस्थिति के साथ खुलेंगे. शैक्षणिक संस्थानों के व्यस्क छात्रों और छात्राओं, शिक्षकों और कर्मियों के टीकाकरण की विशेष व्यवस्था होगी.
राज्य सरकार के फैसले के मुताबिक पहले चरण में अगले सप्ताह से विश्वविद्यालय,कॉलेज और 11वीं और 12वीं के स्कूल खोले जाएंगे. वहीं सरकार इस बात को लेकर भी तैयारी कर रही है कि आने वाले दिनों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी नहीं होती है तो दूसरे चरण में 9वीं और 10वीं की कक्षाएं शुरू की जाएंगी और तीसरे चरण में प्राइमरी से लेकर 8वीं के छात्रों के लिए स्कूल को खोला जाएगा.
भले ही सरकार ने सात जुलाई से 11वीं कक्षा से ऊपर के सभी स्कूल-कॉलेज, तकनीकी शिक्षण संस्थान व प्रशिक्षण संस्थान 50% उपस्थिति के साथ खोलने की अनुमति दे दी है. सभी शिक्षण संस्थानों को कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा. मास्क-सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंटेंसिंग के नियमों का पालन सख्ती से किया जाएगा.