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एजुकेशन न्यूज़

दिल्‍ली में कई छात्र संगठनों ने भी क‍िया ट्रैक्‍टर रैली का स्‍वागत, क‍िसानों पर बरसाए फूल, देखें तस्‍वीरें

क‍िसानोंं का कुछ संंगठनों ने क‍िया स्‍वागत
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दिल्‍ली में लेफ्ट विंग के छात्र संगठन ऑल इंडिया स्‍टूडेंट एसोसिएशन (AISA)  के दिल्‍ली यूनिवर्सिटी, जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, अंबेडकर यूनिवर्सिटी, जामिया मिल‍िया के एक्‍ट‍िविस्‍ट के अलावा महिला आंदोलनों से जुड़ीं कार्यकर्ताओं के साथ द‍िल्‍ली के लोगों ने किसान ट्रैक्‍टर रैली का स्‍वागत किया. 

क‍िसानोंं का कुछ संंगठनों ने क‍िया स्‍वागत
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बड़ी संख्‍या में लोगों ने दिल्‍ली के स्‍वरूप नगर, नजफगढ के पास सिंघु बॉर्डर में आ रहे किसानों का फूल बरसाकर स्‍वागत किया. लोग हाथों में दिल्‍ली में स्‍वागत है लिखे बैनर पोस्‍टर लिए थे. 

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बता दें कि‍ सिंघु बॉर्डर पर पुलिस ने किसानों को आउटर रिंग रोड पर मार्च निकालने की इजाजत नहीं दी थी, लेकिन आज सुबह ही किसान अड़ गए और बैरिकेड्स को तोड़ते हुए आउटर रिंग रोड पर पहुंच गए.

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सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्‍या में पंजाब से आए पीएचडी छात्र और पंजाब विश्वविद्यालय पटियाला / बरनाला के छात्र-शोधकर्ता परेड में हिस्‍सा लेने पहुंचे हैं. यहां पहुंचे छात्रों ने किसानों के फोटो वाली टी शर्ट पहनी थी.

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ट्रैक्‍टर रैली में पंजाब हरियाणा से आ रहे क‍िसानों पर लोगों ने फूल भी बरसाए. यहां लोगों ने क‍िसानों के समर्थन में नारेबाजी करके उनका उत्‍साह भी बढ़ाया.

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बता दें क‍ि गणतंत्र दिवस के अवसर पर कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान दिल्ली में कूच कर चुके हैं. दिल्ली पुलिस ने शर्तों के साथ ट्रैक्टर रैली को इजाजत दी थी, लेकिन मंगलवार सुबह से ही दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर किसान घुस आए. अब दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से पुलिस के साथ झड़प, जबरन बैरिकेड टूटने की तस्वीरें सामने आ रही हैं.

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सुबह द‍िल्‍ली पहुंचे हजारों क‍िसानों के साथ झड़प की खबरें सामने आई हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने इसे लेकर बयान जारी किया. मोर्चा ने हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि हिंसा से आंदोलन को नुकसान पहुंचेगा. सभी घटनाओं की समीक्षा की जाएगी. हम खुद को उपद्रवी तत्वों के अलग करते हैं. साथ ही किसान मोर्चा ने किसानों को हिंसा से दूर रहने की अपील की है. 

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