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एजुकेशन न्यूज़

कैसे पढ़ते हैं डॉक्टर का पर्चा, OD-BD-TDS समेत इन 50 से ज्यादा साइन का मतलब जानिए

प्रतीकात्मक फोटो (Getty)
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कहा जाता है कि डॉक्टर और रोगी के बीच संवाद जितना बेहतर होगा, मर्ज उतनी ही जल्दी दूर होगा. इस संवाद की एक महत्वपूर्ण कड़ी होता है डॉक्टर का प्र‍िस्क्र‍िप्शन. इसी की मदद से आप दवा की सही मात्रा सही समय पर लेकर रोग से जल्दी रिकवर कर सकते हैं. तो क्या आप अपने डॉक्टर के पर्चे यानी प्र‍िस्क्र‍िप्शन को बिना की मदद के समझते हैं. अगर नहीं, तो आइए डॉक्टर से ही जानते हैं कि प्र‍िस्क्र‍िप्शन की भाषा और उसमें लिखे साइन का मतलब क्या होता है. किस तरह आप इन साइन से समझ सकते हैं कि आपको कौन सी दवा कितनी बार और कैसे लेनी है.  

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एम्स में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ युद्धवीर सिंह कहते हैं कि डॉक्टर अक्सर अपने प्रिस्क्र‍िप्शन में कोश‍िश करते हैं कि मरीज को पूरी तरह स्पष्ट कर दें कि उन्हें कौन सी दवा कब खानी है, उसके लिए गोला तक बना देते हैं. कई बार हम लोगों को मरीजों को हिंदी में सुबह दोपहर और शाम आदि लिखकर बताना होता है. लेकिन ऐसा कई बार डॉक्टर की व्यस्तता के चलते यदि मरीज दवा कैसे लेनी है, यही बात सही से समझ नहीं पाते तो उन्हें दिक्कत होती है. इसलिए कुछ कॉमन साइन आम लोगों को भी पता होने चाहिए. 
 

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डॉक्टर युद्धवीर कहते हैं कि OD, BD, TDS, SOS, HS और STAD जैसे साइन तो हरेक व्यक्त‍ि को पता होने चाहिए. जैसे ओडी का मतलब होता है वंस इन ए डे, यानी आपको दिन में एक निश्च‍ित टाइम दवा खानी है, इसे डॉक्टर बता देते हैं कि सुबह खाली पेट खानी है दिन में किसी और वक्त पर लेनी है. उसी तरह बीडी मतलब दिन में दो बार और टीडीएस का अर्थ दिन में तीन बार दवा लेनी है. 

यहां देखें कुछ मेड‍िकल साइन और उनके अर्थ 

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डॉ युद्धवीर कहते हैं कि डॉक्टर के पर्चे में सबसे पहले आरएक्स लिखा जाता है, जिसका मतलब होता है ये लीलिए. उसके बाद लेफ्ट साइड में मरीज का डायग्नोसिस यानी लक्षणों के आधार पर निदान लिखा जाता है. इसके बाद उसे अगर कोई दवा तत्काल लेनी है तो उसे STAD लिखा जाएगा. इसके अलावा एसओएस एक एमरजेंसी कॉल होती है, जिसमें डॉक्टर कहते हैं कि ये लक्षण दिखें तो फलां दवा को ले लेना है, लेकिन उसे कितनी बार लेना है, ये भी डॉक्टर स्पष्ट करते हैं. 

यहां देखें कुछ मेड‍िकल साइन और उनके अर्थ 

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आप इस आध‍िकारिक वेबसाइट के डायरेक्ट लिंक से भी आप प्रिस्क्रिप्शन के साइन के बारे में समझ सकते हैं. दवा के पर्चे को अच्छी तरह समझकर ही आप अपने रोग का सही इलाज कर सकते हैं, लेकिन कई बार जानकारी के अभाव से इलाज में हेरफेर लक्षणों को कम करने के बजाय बढ़ा देता है. इसलिए मरीजों या उनके परिजनों को भी कुछ बातें पता होनी चाहिए. 

यहां देखें कुछ मेड‍िकल साइन और उनके अर्थ 

 

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डॉ युद्धवीर कहते हैं कि हमें मेडिकल साइंस में इन्हीं एब्र‍िवेशन के साथ पढ़ाया जाता है, जोकि धीरे धीरे प्रैक्ट‍िस में आ जाता है. लेकिन मरीजों को इसे समझाना इतना आसानी नहीं होता. इसलिए मरीजों बहुत अच्छी तरह से दवाओं के प्रिस्क्र‍िप्शन के बारे में समझाना होता है. इसे या तो कंपाउंडर या दवा देने वाले लोग भी समझाते हैं. लेकिन डॉक्टर हमेशा कोश‍िश यही करते हैं कि मरीज दवाओं का सेवन तय समय और तय मात्रा में ही करें. 

यहां देखें कुछ मेड‍िकल साइन और उनके अर्थ 

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डॉ युद्धवीर के अनुसार कई बार कुछ साइन भी गलत तरीके से समझने के कारण काफी नुकसान होता है. मसलन अगर किसी डॉक्टर ने दवा के सामने बीटी लिखा है तो इसका मतलब होता है बेडटाइम लेकिन कई बाद इसे गलत पढ़ लिया जाता है और ये बीआईडी यानी दिन में दो बार हो जाता है. इसी तरह Qd, qid में भी हो जाता है, जिसमें क्यू डी यानी प्रत‍िदिन लेकिन इसे अगर Qid पढ़ा तो उसका मतलब दिन में चार बार निकाल लिया जाता है, इसलिए डॉक्टर्स को भी इसके बारे में बहुत क्लीयर कर देना चाहिए ताकि मरीज का कोई नुकसान न हो. 

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