चीन के सबसे रईस उद्योगपति जैक मा के गायब होने का रहस्य और ज्यादा गहरा गया है. अचानक वो अपने टैलेंट शो (Africa’s Business Heroes) के फाइनल एपिसोड में भी नजर नहीं आए. कयास हैं कि चीन की शी जिनपिंग सरकार के खिलाफ कुछ माह पहले बोलना उनके लिए भारी हो गया है. पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में छाए जैक मा के बारे में कई बातें खासी दिलचस्प हैं. उतना ही दिलचस्प है संघर्षों से भरा उनका सफर...
आज जैक मा का नाम का दुनिया के सबसे कामयाब लोगों में गिना जाता है. फोर्ब्स की सूची में भी वो एक पॉवरफुल शख्सियत के तौर पर शामिल हो चुके हैं. जैक मा का जन्म 15 अक्टूबर 1964 में उनका जन्म चीन के हमजो शहर में हुआ था. बचपन में उनकी पढ़ने में कोई दिलचस्पी नहीं थी.
20 अरब डॉलर से ज्यादा निजी संपत्ति के मालिक जैक मा का नाम उनके पेन पैल या यूं कहें कि पत्र व्यवहार वाले टूरिस्ट दोस्तों का दिया हुआ है. इसके पीछे उस दौर की कहानी छुपी है जब वो एक टूरिस्ट गाइड हुआ करते थे. उनके टूरिस्ट्स को उनका चाइनीज नाम काफी कठिन लगता था, इसलिए वो उन्हें जैक कहकर पुकारने लगे, फिर पत्र व्यवहार भी इसी नाम से शुरू हो चुका था.
हुआ यूं कि बचपन में उनका पढ़ने में मन नहीं लगता था. नतीजा ये हुआ कि चौथी में दो बार, और आठवीं में चार बार फेल हो गए. तीन बार के प्रयास में वो कॉलेज निकाल पाए. यही नहीं, उन्होंने हावर्ड यूनिवर्सिटी में दस बार आवेदन किया लेकिन एडमिशन नहीं मिला. आखिर में हमजो यूनिवर्सिटी से स्नातक किया.
इस पूरे वक्त में उनका पहला प्यार थी अंग्रेजी भाषा जिसे वो कॉलेज में सीख नहीं सके. सिर्फ इसीलिए वो टूरिस्ट गाइड बन गए ताकि अंग्रेजी सीख सकें. वो टूरिस्ट से फीस की जगह अंग्रेजी सीखते थे. आखिरकार अंग्रेजी भाषा में उनकी पकड़ बहुत मजबूत हो गई.
उन्होंने अपनी पढाई और नॉलेज के बलबूते नौकरी पाने की कोशिश की लेकिन कोई नौकरी नहीं मिली. लेकिन 30 कंपनियों ने उनका ऑफर ठुकरा दिया था. फिर 800 रुपये महीने पर टीचर की नौकरी मिली.
इस दौरान उन्हें कई बार अमेरिका जाने का मौका मिला जहां पहली बार वो इंटरनेट से रूबरू हुए. जहां वो इंटरनेट की ताकत से रूबरू हुए. यहां उन्होंने पहली बार चाइना पेज वेबसाइट बनाई जो फंड के कारण बंद हो गई. फिर उनका अलीबाबा का आइडिया भी कई जगह ठुकराया गया,