मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मीडिया और प्रदेश के लोग मामा कहकर बुलाते हैं. आज उन्होंने कोरोना का टीका लगवाया. प्रदेश की जनता में लोकप्रिय शख्सियत शिवराज सिंह को उनके अनुशासन और सांगठनिक एकता के लिए पहचाना जाता है. आइए जानें- उनकी पत्नी साधना समेत उनके पूरे परिवार के बारे में...
शिवराज सिंह चौहान का जन्म 5 मार्च 1959 को प्रेम सिंह चौहान और सुंदरबाई चौहान के यहां सिहोर जिले के जैत गांव में हुआ था. साल 1972 में जब वो 13 वर्ष की आयु के थे तभी पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आए. साल 1975 में वह मॉडल स्कूल छात्र संघ के अध्यक्ष बने.
आपात काल के दौरान कांग्रेस सरकार के खिलाफ भूमिगत आंदोलन में उन्होंने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया. इस आंदोलन में वो जेल भी गए. उन्हें संगीत, अध्यात्म, साहित्य एवं घूमने-फिरने में खास रुचि है. उनके परिवार में पत्नी साधना सिंह और दो पुत्र कार्तिकेय एवं कुणाल हैं. उनके बड़े बेटे कार्तिकेय कारोबारी हैं, जबकि कुणाल अभी अपनी पढ़ाई कर रहे हैं. शिवराज की शैक्षणिक योज्ञता कला संकाय से स्नातकोत्तर है.
शिवराज सिंह चौहान को प्रदेश के लोग और मीडिया में मामा नाम से बुलाया जाता है. इस बारे में सीएम ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने बेटियों के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, महिलाओं के लिए आरक्षण जैसी योजनाएं शुरू कीं, जिसके बाद प्रदेश की बेटियां उन्हें मामा बुलाने लगीं. उन्होंने कहा कि अब तो प्रदेश के बुजुर्ग भी उन्हें मामा कहकर बुलाते हैं.
शिवराज सिंह चौहान ने भी बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से एम ए की पढ़ाई की है. उन्होंने दर्शनशास्त्र से एमए में गोल्ड मेडल जीता है. लेकिन वो पेशे से एग्रीकल्चरिस्ट यानी कृषक रहे हैं.