राजनीतिक नेतृत्व का संकट झेल रहे हमारे पड़ोसी देश नेपाल को नया प्रधानमंत्री मिल गया है. वहां की सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि अगले 28 घंटे में शेर बहादुर देउबा (Sher Bahadur Deuba) को अगला प्रधानमंत्री (Prime Minister) नियुक्त कर दिया जाए. आइए जानते हैं शेर बहादुर देउआ के बारे में ये खास बातें...
शेरबहादुर देउबा का जन्म 13 जून, 1946 को हुआ है. वो लंबे वक्त से नेपाली कांग्रेस सभापति हैं. उन्होने नेपाल के 40वें प्रधानमंत्री के रूप में साल 2017 में शपथ ली थी. इससे पहले 1995 से 1997 तक, फिर 2001 से 2002 तक और 2004 से 2005 तक नेपाल के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. वे नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष हैं.
राजनीति में शेरबहादुर देउबा के करियर की बात करें तो उन्होंने स्टूडेंट्स पॉलिटिक्स से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. यह था साल 1965 जब वो महज 19 साल के थे. साल 1965 से 1968 तक उन्होंने सुदूर-पश्चिमी छात्र समिति, काठमांडू के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. देउबा नेपाल छात्र संघ के संस्थापक सदस्य थे, जो नेपाली कांग्रेस का एक सहयोगी संगठन था. 1960 और 1970 के दशक में पंचायत व्यवस्था के खिलाफ काम करने के लिए उन्हें रुक-रुककर 9 साल की जेल भी हुई. फिर1980 के दशक में नेपाली कांग्रेस की राजनीतिक सलाहकार समिति के समन्वयक के रूप में भी उन्होंने अपना योगदान दिया.
शेरबहादुर देउबा का जन्म पश्चिमी नेपाल के दादेलधुरा जिले के एक दूरदराज के गांव आशिग्राम में हुआ था. उन्होंने कला और कानून में स्नातक की डिग्री हासिल की. इसके अलावा राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की. फिर नवंबर 2016 में, देउबा को भारत में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था.
शेरबहादुर ने डॉ. आरजू राणा देउबा से शादी की है. डॉ आरजू ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के सेंट बेडस कॉलेज से बीए और पंजाब विश्वविद्यालय से एमए और पीएचडी की डिग्री हासिल की है. भारत में ही शिक्षा हासिल करने के दौरान उनकी सामाजिक कार्यों में रुचि बढ़ी और फिलहाल वह गैरसरकारी संगठन साथी के माध्यम से नेपाल में महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा के क्षेत्र में काम कर रही हैं.
साल 1990 के जन आंदोलन के बाद 1991 में शेरबहादुर देउवा दादेलधुरा-1 से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए थे. इसके बाद से उन्होंने हर चुनाव में कब्जा किया. सबसे पहले उन्होंने गिरिजा प्रसाद कोइराला के नेतृत्व वाले कैबिनेट में गृह मंत्री के रूप में कार्य किया. फिर कोइराला द्वारा संसद भंग करने और 1994 के मध्यावधि चुनावों में उनकी सरकार के हारने के बाद देउवा नेपाली कांग्रेस के संसदीय दल के नेता चुन लिए गए.
फिर मनमोहन अधिकारी ने 1995 में संसद को फिर से भंग करने की कोशिश की, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक घोषित करार देते हुए देउबा को 1995 में पहली बार प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया. इस तरह देखें तो पहले 1995 से 1997 तक, फिर 2001 से 2002 तक और 2004 से 2005 तक फिर 2017 से अब तक नेपाल के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. अब ये एक तरह से उनका पांचवां कार्यकाल होगा.