झारखंड के एक युवा साइंटिस्ट ने पेट्रोल-डीज़ल के आसमान छूती कीमतों से राहत दिलवाने के लिए एक गोगो बाइक का आविष्कार किया है. इसमें न तो फ्यूल भरवाने की ज़रूरत है ना दूसरे किसी मेंटेनेंस की. जानें इसकी खासियतें...
आप इसमें पैडल मारकर आप बैटरी को चार्ज करते रहिए और 35 km प्रति घंटा की रफ्तार से साईकिल बाइक को चलाते रहिए. बाइक ऐसी कई खासियत समेटे है. इसका सिक्योरिटी सिस्टम भी जोरदार है.
यह बाइक कार की तरह ही रिमोट चाबी से लॉक, अनलॉक और स्टार्ट होती है. इसमें किसी ने हाथ लगाने की कोशिश की तो अलार्म बजने लगता है. लॉक होने के बाद पैडल और चक्के जाम हो जाते है. बाइक के आगे प्रोजेक्टर लाइट भी लगी है.
इसे बनाने वाले कामदेव पान यूं तो पेशे से साइंटिस्ट हैं लेकिन इन्होंने कोई इंजीनियरिंग की डिग्री नहीं ली है. ये सरायकेला के रहने वाले हैं. वो परिवार में सबसे छोटे हैं लेकिन वो कई अविष्कार कर चुके हैं जिससे इन्हें साइंटिस्ट के तौर पर सर्टिफिकेट भी कलिंगा यूनिवसिर्टी से मिल चुका है.
बाइक के इससे पहले कई मॉडल ये बना चुके हैं. अब आगे ये ड्रोन कार बनाना चाहते हैं. अपने इस प्रयोग के लिए उनकी इलाके में खूब चर्चा हो रही है. राज्य सरकार ने भी उनके इस प्रयोग को सराहा है.