गर्भकाल में दो लोगों की जान का सवाल होता है. ऐसे में जरूरी है कि जो महिलाएं गर्भावस्था से गुजर रही हैं, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी न सिर्फ उनकी है, बल्कि उनके परिवार और आसपास रहने वाले सभी लोगों की होती हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना का खतरा गर्भवती महिलाओं में ज्यादा होता है क्योंकि इस समय इम्युनिटी का स्तर डाउन हो जाता है, इसलिए जरूरी है कि गर्भावस्था में महिलाओं को ज्यादा ख्याल रखना होगा. आइए विशेषज्ञ से जानते हैं कि गर्भावस्था में क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, और इस दौरान घर का माहौल कैसा रखना चाहिए.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गर्भावस्था के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के जोखिम को लेकर भी आगाह किया है. WHO के गाइडेंस में कहा गया है कि आम महिलाओं की तुलना में गर्भवती महिलाओं के वायरस से संक्रमित होने का जोखिम ज़्यादा होता है. संक्रमण के चलते प्री-मैच्योर बच्चे के जन्म का ख़तरा भी बढ़ जाता है.
सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज आगरा में स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ प्रो. डॉ. निधि गुप्ता कहती हैं कि अगर घर में कोई प्रेगनेंट है तो तीन चीजें बहुत इंपार्टेंट हैं. सबसे पहले तो उन्हें सोशली आइसोलेट रहना चाहिए. इसके अलावा उन्हें मास्क लगाना, हाथ धोना और सभी सावधानियां रखनी चाहिए.
डॉ निधि कहती हैं कि कोरोना के दौर में और भी जरूरी हो गया है कि गर्भवती महिलाएं ऐसा पौष्टिक आहार खाएं जिससे इम्युनिटी बढ़े. इसके अलावा अगर कोरोना के कोई लक्षण दिखें तो जल्दी से जल्दी डॉक्टर को दिखाएं. कोरोना के दौरान गर्भवती महिलाएं कोविड हास्पिटल बनाए गए हैं, जहां प्रॉपर केयर होती है. महिलाएं वहां जाकर भी अपना इलाज करा सकती हैं.
डॉ निधि ने गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन नहीं लेने की सलाह दी है.बता दें कि अभी तक वैक्सीन का गर्भवती महिलाओं पर ट्रायल अभी शुरू नहीं हुआ है. इसके पीछे भी यही वजह बताई जा रही है कि गर्भवती महिलाओं में दो जानों का एक साथ खतरा होता है.
गौरतलब है कि मुंबई में दूसरी लहर के 80 फीसदी से ज्यादा मामले बिना लक्षणों वाले हैं. हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया और कंफडरेशन ऑफ मेडिकल एसोएिशन ऑफ एशिया के प्रेसिडेंट डॉ केके अग्रवाल के मुताबिक, महिलाएं और बच्चों में कोरोना के लक्षण कम आते हैं, लेकिन इन्हें सावधान रहने की जरूरत है. डॉ केके अग्रवाल ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति को कोरोना के लक्षण आते हैं, तो इसका मतलब है कि कोरोना शरीर पर हिट कर रहा है. इसका हल यही है कि अगर आप किसी पॉजिटिव के लक्षण में आए हैं, तो खुद को आइसोलेट कर लें.