केंद्र सरकार ने 15 अक्टूबर से स्कूलों को फिर से खोलने के लिए एक कदम आगे बढ़ाया है. दिल्ली, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों ने इसके खिलाफ फैसला दिया है, जबकि हरियाणा और मेघालय जैसे अन्य राज्य अभी भी अनिश्चित हैं. जानिए- आपके स्टेट ने क्या फैसला लिया है.
लॉकडाउन के लंबे समय बाद देश भर में 8 जून से अनलॉक की प्रक्रिया जारी है. विभिन्न चरणों में कई प्रतिबंधों को धीरे-धीरे कम किया गया है, लेकिन शिक्षण संस्थान अब तक बंद रहे हैं. अब नवीनतम अनलॉक दिशा-निर्देशों के अनुसार, स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान 15 अक्टूबर के बाद फिर से खुल सकते हैं. संस्थानों को फिर से खोलने का अंतिम निर्णय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों पर छोड़ दिया गया है.
दिल्ली सरकार ने 31 अक्टूबर तक स्कूलों के बंद होने पर यथास्थिति बनाए रखने का फैसला किया है जिसके बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी. वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि 9 से 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए कंटेनमेंट ज़ोन के बाहर के स्कूल 19 अक्टूबर से फिर से खुलेंगे.
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के अनुसार कक्षाएं शिफ्टों में आयोजित की जाएंगी. स्कूलों में सभी आवश्यक प्रोटोकॉल, जिनमें सोशल डिस्टेंसिंग और स्कूलों की ओर से उनके परिसर का प्रॉपर सैनिटाइजेशन शामिल है. छात्रों को केवल अपने माता-पिता या अभिभावकों से लिखित अनुमति लेने के बाद कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी.
कर्नाटक सरकार ने कहा है कि वह स्कूलों को फिर से खोलने की जल्दबाजी में नहीं है और सभी पहलुओं का मूल्यांकन करने के बाद इस मुद्दे पर बात करेगी. कर्नाटक के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस सुरेश कुमार का कहना है कि हमारे बच्चों का स्वास्थ्य और सुरक्षा हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
छत्तीसगढ़ सरकार ने कहा है कि राज्य में कोरोना महामारी के मद्देनजर अगले आदेश तक स्कूल बंद रहेंगे. वहीं महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि वह दिवाली के बाद COVID-19 की स्थिति का आकलन करेगी और तब तक स्कूल बंद रहेंगे. उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा है कि दिवाली के बाद, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कोई भी फैसला लेने से पहले स्थिति का आकलन करेंगे. गुजरात सरकार ने भी कहा है कि दिवाली के बाद ही स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार किया जा सकता है.
मेघालय सरकार ने राज्य में स्कूलों को फिर से खोलने पर अंतिम निर्णय लेने से पहले माता-पिता से प्रतिक्रिया मांगी है. शिक्षा मंत्री लाहमेन रिम्बुई के अनुसार, राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि उच्च प्राथमिक स्कूलों को केवल कक्षा 6, 7 और 8 के छात्रों को पढ़ाई में आ रहे डाउट्स को सुलझाने के लिए फिर से खोला जाएगा, जैसा कि माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्रों के लिए किया जा रहा है.
पुडुचेरी सरकार ने 9 से 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए 8 अक्टूबर से कक्षाएं शुरू करने की बात कही थी. पुडुचेरी के शिक्षा निदेशक रुद्र गौड के अनुसार, अगले आदेश तक सप्ताह में सभी छह दिनों में केवल आधे दिन ही कक्षाएं आयोजित की जाएंगी. कक्षा 9 और 11 के छात्रों की सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को कक्षाएं होंगी, वहीं कक्षा 10 और 12 के छात्रों के लिए मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को क्लासेज लगेंगी. स्कूलों में अटेंडेंस अनिवार्य नहीं होगी.
हरियाणा सरकार कक्षा 6 से 9 के लिए स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार कर रही है, ताकि छात्र शिक्षकों से मार्गदर्शन लेने आ सकें. लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है. आंध्र प्रदेश सरकार ने भी 2 नवंबर तक सामान्य कक्षाएं फिर से शुरू नहीं करने का फैसला किया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि स्कूलों को फिर से खोलने पर फैसला नवंबर के मध्य के बाद ही लिया जाएगा.