कोरोना काल में लॉकडाउन और ऑनलाइन क्लासेज के एक पूरे दौर के बाद केंद्रीय विद्यालय (KV) और जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) 2 नवंबर से फिर से खुलने जा रहे हैं. कर्मचारियों और स्कूली छात्रों की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया (SOPs) का इन सभी स्कूलों में पालन किया जाएगा. जानिए वो क्या हैं.
बता दें कि फिलहाल केवी और जेएनवी ने कोरोना की स्थिति का आकलन और जोखिमों की गणना करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. साथ ही साथ कोविड -19 महामारी के बीच स्कूलों को फिर से सुरक्षित तौर पर चलाने के लिए उचित स्वास्थ्य और सुरक्षा उपायों की लंबी सूची तैयारी की गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार स्कूलों को फिर से खोलने और नियमित कक्षाओं के संचालन के संबंध में केंद्रीय विद्यालयों ने सभी हितधारकों से प्रतिक्रिया लेना भी शुरू कर दिया है. सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए स्कूल फिर से खुलेंगे. बता दें कि देश में कुल 1250 केंद्रीय विद्यालय और 650 JNV हैं, जिनमें लगभग 15 लाख छात्र पढ़ते हैं.
पूरे भारत में फिर से खुल रहे स्कूल
केवीएस ने शुरू में गृह मंत्रालय द्वारा जारी अनलॉक 4 के दिशा-निर्देशों के अनुसार 21 सितंबर से कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया था. फिर बाद में केंद्रीय विद्यालयों ने अपना फैसला बदल दिया क्योंकि अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं थे.
अब, अनलॉक 5 में जारी किए गए नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, स्कूलों को 15 अक्टूबर से फिर से खोलने और राज्य सरकार के विवेक के अनुसार नियमित कक्षाएं आयोजित करने की अनुमति है. इसलिए केवी और जेएनवी अभिभावकों के पास पहुंच रहे हैं और स्कूलों को फिर से खोलने के संबंध में प्रतिक्रिया मांग रहे हैं. बता दें कि अब तक, उत्तर प्रदेश, पंजाब, असम, हिमाचल प्रदेश जैसे राज्य अपने स्कूलों को स्वेच्छा से फिर से खोल चुके हैं. यहां अटेंडेंस अनिवार्य नहीं है. देशभर से मिल रहे आंकड़ों की मानें तो बहुत कम संख्या में छात्र स्कूल पहुंच रहे हैं.
MHA की सेफ्टी गाइडलाइन
अनलॉक 5 की शुरुआत में गृह मंत्रालय ने देश भर के स्कूलों को फिर से खोलने के संबंध में नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इस गाइडलाइन में कहा गया है कि राज्य सरकारों द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार स्कूल 15 अक्टूबर से फिर से खुल सकते हैं. यहां स्कूल सभी सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए कक्षा 6 से 12 तक फिर से कक्षाएं शुरू कर सकते हैं. क्लास में हेल्थ रिस्क और भीड़भाड़ से बचने के लिए नर्सरी से कक्षा 5 तक की कक्षाएं निलंबित रखी जाएं.
स्कूलों से स्पष्ट कहा गया है कि यहां आने छात्रों को अपने माता-पिता द्वारा हस्ताक्षरित सहमति फॉर्म जमा करना होगा. इसके अलावा छात्रों को क्लासरूम या बाहर कहीं भी हर समय एक फेस मास्क पहनना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सख्ती से करना होगा. इसके अलावा कक्षाओं में बैठने के लिए छह फिट की दूरी और सैनिटाइजेशन को जरूरी बताया गया है.