UPSC CSE Prelims 2020: शेड्यूल के अनुसार देश भर में चार अक्टूबर को यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा आयोजित की जाएगी. अब परीक्षा के चार ही दिन बचे हैं. ऐसे में आपको कुछ जरूरी टॉपिक्स के साथ ही करेंट अफेयर्स से अपडेट होना है. यूपीएससी 2019 के टॉपर प्रदीप सिंह की स्ट्रेटजी की बात करें तो उनका कहना है कि प्रीलिम्स में बीते साल की घटनाओं पर अक्सर सवाल पूछे जाते हैं. उनकी स्ट्रेटजी कुछ इस प्रकार थी, आगे पढ़ें.
प्रदीप ने एक इंटरव्यू में बताया कि भले ही प्रीलिम्स में एक साल के भीतर की सामरिक घटनाओं और करेंट अफेयर्स पर सवाल पूछे जाते हैं. लेकिन वर्तमान घटनाओं जैसे चीन-भारत की हालिया घटना या कोरोना वायरस के कुल मामले जैसे सवाल नहीं पूछे जाते. इसलिए साल भर के करेंट अफेयर्स से जुड़ी सभी घटनाएं एक बार दोहरा लें.
प्रीलिम्स में आते हैं ऐसे सवाल
प्रदीप ने कहा कि चाहे वह करंट अफेयर्स हो, इतिहास हो या भूगोल. इसके सवाल वर्तमान घटनाओं पर आधारित होंगे न कि कंवेंशनल टाइप. प्रदीप ने अपने अंतिम वर्ष के दौरान के सवालों का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्तमान मामलों से लेकर इतिहास तक, यहां तक कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी से भी वर्तमान घटनाओं पर आधारित पेपर था. इसमें इतिहास का एक सवाल हरियाणा के राखीगढ़ी में हाल ही में हुई खुदाई से जुड़ा था.
प्रीलिम्स की तैयारी के बारे में प्रदीप ने बताया कि वह नियमित रूप से 4 से 5 घंटे पढ़ाई करते थे. जिसमें उनके ऑफिस के घंटे और आने-जाने का समय भी शामिल है. बता दें कि प्रदीप फरीदाबाद में भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के अधिकारी के रूप में कार्यरत थे. वो बताते हैं कि उन्होंने द हिंदू और इंडियन एक्सप्रेस से वर्तमान मामलों और तैयारी के अन्य हिस्सों जैसे भूगोल आदि के लिए घटनाक्रम को नोट किया था.
इतिहास के लिए, प्रदीप ने राजीव अहीर, इंडियन पॉलिटी- एम लक्ष्मीकांत, इंडियन इकोनॉमी- श्री राम श्रीरंगम, एनवायरनमेंट- शंकर आईएएस की किताब, भूगोल- एनसीईआरटी की किताबों में स्पेक्ट्रम मॉडर्न इंडिया का सहारा लिया. उनका कहना है कि सरकार की पॉलिसी या अन्य जरूरी अपडेट के लिए पीआईबी काफी मददगार है. मैंने इसके जरिये ही खुद को अपडेट रखा.
इतिहास से लेकर विज्ञान और तकनीक के अन्य विषयों के लिए प्रदीप ने अन्य सोर्सेज के अलावा किताबों और ऑनलाइन अध्ययन सामग्री, पीआईबी की वेबसाइट पर भरोसा किया. वो दिन का एक नियत समय ऑनलाइन माध्यम से तैयारी के लिए रखते थे. इसे वो मोबाइल के जरिये भी पढ़ लेते थे. प्रदीप कहते हैं कि लाइब्रेरी में अपने सिलेबस के अनुसार विषयों की तैयारी की.
प्रदीप ने कहा कि Prelims में विषयों पर आपके ज्ञान का परीक्षण किया जाता है. इसके बाद मेन परीक्षा में मुख्य विषयों पर आपकी गहराई और दृष्टिकोण का विश्लेषण होता है. प्रदीप ने अच्छी सामग्री और उत्तर देने के लिए साथियों और सहकर्मियों से टेलीग्राम, क्वोरा जैसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों में जवाबों को साझा किया.