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एजुकेशन न्यूज़

UPSC टॉपर से पूछा, भारत में CBI आदि जांच एजेंसियां स्वतंत्र हैं कि नहीं? दिया ये जवाब, पाई AIR 4 रैंक

यश जलुका (aajtak.in)
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झारखंड के रहने वाले यश जलुका को UPSC-2020 में ऑल इंडिया चौथी रैंक हासिल हुई है. यश जलुका से इंटरव्यू में कई सवाल पूछे गए, उनमें से एक था कि भारत में सीबीआई जैसी जांच एजेंसियां स्वतंत्र हैं कि नहीं, जानिए इस पर यश ने क्या जवाब दिया. इसके अलावा यश जलूका की स्ट्रेटजी और उनके बारे में ये खास बातें जानें... 
 

यश जलुका (aajtak.in)
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झारखंड के झरिया के रहने वाले यश जलुका ने पहले अटेंप्ट में यूपीएससी में चौथी रैंक हासिल की है. बिना कोचिंग के तैयारी करने वाले यश हजारों छात्रों के लिए नजीर हैं. यश ने अपनी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा डी नोबिली स्कूल, दिगवाडीह, धनबाद से की. इसके बाद उन्होंने छठी से 10वीं कक्षा की पढ़ाई सेंट मैरी स्कूल, बारबिल, ओडिशा से की. इसके बाद ग्यारहवीं-बारहवीं की पढ़ाई डीपीएस बोकारो, झारखंड से कॉमर्स स्ट्रीम से की. 

अपने परिवार के साथ यश जलुका (aajtak.in)
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इसके बाद यश ने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक किया और 2019 में दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से स्नातकोत्तर किया. यश बताते हैं कि मैंने कॉलेज के बाद जून, 2019 में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. यह मेरा पहला प्रयास था. मैंने अपनी तैयारी के लिए इंटरनेट और किताबों पर भरोसा किया, परीक्षा में पास होने के लिए उन्होंने किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया. 

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प्रतीकात्मक फोटो
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यश ने एक इंटरव्यू में अपनी सफलता के सीक्रेट के बारे में बताते हुए कहा कि सबसे पहले तो बहुत सारे एस्प‍िरेंट पहले अटेंप्ट को इतना सीरियस नहीं लेते, वो पहली बार इसे समझने के लिए देते हैं. लेकिन मुझे लगता है कि इसे पहली बार में ही सीरियस लेना चाहिए. तैयारी के लिए मेरे लिए सबसे जरूरी न्यूजपेपर पढ़ना लगता है. वो कहते हैं कि तैयारी शुरू करने से पहले सबसे पहले एग्जाम को उसकी स्ट्रेटजी और सिलेबस को समझना होगा, इससे आपको समझ में आ जाएगा कि किस एरिया से यूपीएससी सवाल पूछता है. 

प्रतीकात्मक फोटो (Getty)
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उन्होंने यह परीक्षा पहली बार दी थी. यश ने कहा कि प्रीलिम्स और मेंस निकालने के बाद सबसे जरूरी पायदान पर्सनैलिटी असेसमेंट का टेस्ट पास करना होता है, जोकि इंटरव्यू राउंड होता है. अपने यूपीएससी के इंटरव्यू सेशन के बारे में यह बताया कि जब हमारे इंटरव्यू हो रहे थे, उसी दौरान एक अखबार के दफ्तर में जांच एजेंसी के छापे पड़े थे. हमसे पैनल ने तमाम सवालों के बीच इस विषय से संबंध‍ित एक सवाल पूछा कि आप यह बताइए कि आपको क्या लगता है कि भारत में सीबीआई समेत अन्य जांच एजेंसियां स्वतंत्र हैं कि नहीं? इस पर यश जलुका ने कुछ इस तरह जवाब दिया... आगे पढ़ें- 

प्रतीकात्मक फोटो (Getty)
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यश बताते हैं कि मैंने इसके जवाब में कहा कि मेरे विचार से भारत में सीबीआई समेत अन्य जांच एजेंसियां आंश‍िक रूप से ही स्वतंत्र हैं. इसके टॉप ऑफ‍िसर्स का चयन सरकार ही करती है. इसके अलावा इन जांच एजेंसियों द्वारा होने वाली रेड या अन्य कार्रवाई का कई बार पब्ल‍िक को कारण भी पता नहीं चल पाता कि आख‍िर क्यों छापा मारा गया. वो कहते हैं कि मैंने जवाब के साथ यह सुझाव भी दिया कि इन एजेंसियों के लिए संसद में एक कमेटी ऐसी होनी चाहिए जहां कोई भी एजेंसी ये सूच‍ित करे कि उनके छापेमारी के पीछे वजह क्या है, उनके पास किस तरह के एविडेंस हैं जिसके आधार पर यह कार्रवाई हो रही है. भले ही यह जनता से गुप्त रखा जाए लेकिन विपक्ष को इसके बारे में पता होना चाहिए. 

प्रतीकात्मक फोटो (Getty)
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बता दें कि इस साल यूपीएससी परीक्षा 2020 के रिजल्ट शुक्रवार 24 सितंबर को जारी किए गए हैं. इस परीक्षा में बिहार के शुभम कुमार ने ऑल इंडिया पहली रैंक हासिल की है. वहीं जागृत‍ि अवस्थी दूसरे और अंक‍िता जैन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया. इस परीक्षा में झारखंड के यश जलुका ने चौथी रैंक हासिल की. यश जलुका अपनी सफलता के पीछे अपनी स्ट्रेटजी के साथ की गई तैयारी को मुख्य वजह मानते हैं. वो हर दिन चार घंटे न्यूजपेपर पढ़ते थे. इसके अलावा उन्होंने सिलेबस को पढ़ने के साथ उनके शॉर्ट नोट्स बनाकर तैयारी की.   

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