देश में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो चुका है. मरीजों को वैक्सीन लगाने को लेकर भी गाइडलाइन जारी की गई है. भारत में टीकाकरण पर बनाई गई राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) की ओर से भी वैक्सीन लगवाने के समय को लेकर कई सिफारिशें की गई हैं. इसके अनुसार कोरोना पॉजिटिव हुए लोगों को रिकवरी के 6 महीने के बाद वैक्सीन लगाई जाए. जानिए इसके पीछे की क्या वजह बताई गई है.
कोरोना ठीक होने के बाद कम से कम छह महीने का गैप रखना चाहिए. इसके पीछे की वजह ये है कि कोविड मरीज को रिकवरी के दौरान नेचुरल इम्यूनिटी मिल जाती है और उनके अंदर मौजूद एंटीबॉडीज भी उन्हें सुरक्षा प्रदान करते हैं. लिहाजा उन्हें कुछ हफ्ते रुककर कोरोना वैक्सीन की डोज लेनी चाहिए.
अगर कोरोना टेस्ट कराने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आई हो ऐसे लोगों को भी वैक्सीन की डोज लेने से बचना चाहिए. एक्सपर्ट के अनुसार, आपको तब तक टीका नहीं लगवाना चाहिए जब तक कि आप संक्रमण से पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते हैं. संक्रमण के दौरान वैक्सीन लगाने से न सिर्फ खतरा बढ़ता है, इसके अलावा वैक्सीनेशन सेंटर पर जाने से आप दूसरों तक भी संक्रमण फैला सकते हैं, इसकी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.
अमेरिका के CDC के मुताबिक, अगर किसी ने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है और वो संक्रमित हो जाता है तो उसे लक्षण दिखने के बाद से कम से कम 90 दिनों तक का इंतजार करना चाहिए. वहीं वायरोलॉजिस्ट डॉक्टर गगनदीप कांग का कहना है कि UK के डेटा से पता चलता है कि SARS-CoV-2 इंफेक्शन से बनी एंडीबॉडी 80 फीसदी तक सुरक्षा देती है. डॉक्टर गगनदीप का कहना है कि संक्रमित होने के बाद वैक्सीन लेने के लिए छह महीने तक इंतजार करना ठीक है.
डॉक्टरों का कहना है कि संक्रमण के बाद शरीर में एंटीबॉडी बनने लगती है जो कि वैक्सीन से मिलने वाले असर के बराबर ही होती है. अगर आप कोरोना से संक्रमित हैं तो आपका शरीर इसके खिलाफ एंटीबॉडी प्रोड्यूस करता है. ऐसे में, जब आप वैक्सीन लेते हैं तो ये इम्यून रिस्पांस को बहुत प्रभावी तरीके से सक्रिय नहीं कर पाती है.
इसके अलावा भारत में अभी तक प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए कोई भी गाइडलाइन नहीं आई है. प्रेग्नेंट और ब्रेस्ट फीडिंग करवाने वाली महिलाओं को कोरोना की वैक्सीन नहीं लगानी चाहिए. क्योंकि इन पर इस वैक्सीन की स्टडी नहीं की गई है. साथ ही जिन लोगों ने भी दूसरी वैक्सीन लगाई है उन्हें भी कोरोना की कोवैक्सीन नहीं लगानी चाहिए.