
राजस्थान में 10वीं का छात्र इन दिनों एटीएम (ATM) मशीन बनाने को लेकर सुर्खियां बटौर रहा है. राजस्थान के बाड़मेर के 10वीं छात्र ने कबाड़ से एटीएम बना दिया है. राजस्थान के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले भरत जोगल के काबिलियलत उनके प्रॉजेक्ट में साफ नजर आती है. जिस गांव में एटीएम न हो, जिस बच्चे न कभी एटीएम का इस्तेमाल न किया हो, उस बच्चे के द्वारा मशीन ही तैयार कर देना समझाता है कि ग्रामीण क्षेत्र में काबिलियत बहुत है, बस सही दिशा मिलने की देर है.
मजदूरी करते हैं पिता
भरत के पिता मजदूरी करते हैं घर के हालत भी बहुत अच्छे नहीं हैं. ऐसे में भरत को स्कूल से कुछ बनाने का प्रोजेक्ट मिला था. साइंस के छात्र भरत ने सोचा क्यों न घर में पड़े कबाड़ से कुछ अलग बनाया जाए और फिर शुरू हुआ एटीएम बनाने का सिलसिला.
महज 10 दिनों में ऐसे बनाई एटीएम मशीन
भरत की ये एटीएम मशीन केंद्र सरकार की इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत तैयार किया है. भरत की बनाई मशीन का सिलेक्शन पहले स्टेट और अब नेशनल लेवल के लिए हुआ है. भरत कहता कि उसने घर में पड़े कबाड़ से यह मशीन तैयार की है. इसमें वायर, कागज, मोटर, रबड़, ढक्कन बेकार पड़े सामान को लेकर एटीएम मशीन बनाई है. इसको बनाने में 10 दिन का समय लगा.
ऐसे काम करता है कबाड़ से बना एटीएम
भरत ने कबाड़ से जो एटीएम बनाया है, वह ओरिजिनल मशीन की तरह ही काम करता है. इसमें जैसे ही आप एटीएम में कार्ड डालेंगे, ये आपसे पिन मांगेगा, पिन नंबर जैसे ही दबाएंगे उसके बाद कितने पैसे आपको निकालने हैं, ये टाइप करना होगा और उसके बाद एटीएम से नोट बाहर आना शुरू हो जाते हैं. इस मशीन में भरत ने नोट के साथ सिक्कों का प्रावधान रखा है जैसे अगर कोई 110 रुपये एटीएम में निकालता है तो एक 100 रुपये का नोट और एक 10 सिक्का निकलेगा.