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पाकिस्तान में जन्मी, भारत आकर की MBBS की पढ़ाई... अब CAA ने बनाया इंडियन

साल 2017 से अब तक मार्च 2024 तक 1167 पाकिस्तानी नागरिकों को भारतीय नागरिकता का प्रमाणपत्र दिया जा चुका है. हाल ही में 55 अन्य पाकिस्तानी नागरिकों को CAA के तहत भारतीय नागरिकता प्रमाणपत्र सौंपे जाने के साथ ही यह आंकड़ा 1222 तक जा पहुंच गया है.

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पाकिस्तान में जन्मी हिशा को CAA के तहत भारतीय नागरिकता का सर्टिफिकेट सौंपा गया.
पाकिस्तान में जन्मी हिशा को CAA के तहत भारतीय नागरिकता का सर्टिफिकेट सौंपा गया.

गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) के तहत अहमदाबाद में 55 पाकिस्तानी नागरिकों को भारतीय नागरिकता का प्रमाणपत्र सौंपा है. इस विशेष मौके पर गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारतीय नागरिकता प्रमाणपत्र देते हुए कहा, ‘मुस्कुराइए अब आप इस महान देश भारत के नागरिक हों’.

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दरअसल, साल 2017 से अब तक मार्च 2024 तक 1167 पाकिस्तानी नागरिकों को भारतीय नागरिकता का प्रमाणपत्र दिया जा चुका है. हाल ही में 55 अन्य पाकिस्तानी नागरिकों को CAA के तहत भारतीय नागरिकता प्रमाणपत्र सौंपे जाने के साथ ही यह आंकड़ा 1222 तक जा पहुंच गया है. अहमदाबाद में CAA के तहत सौंपे जा रहे भारतीय नागरिकता प्रमाणपत्र पत्र कार्यक्रम में अहमदाबाद में घोड़ासर में रहने वाली हिशा कुमारी नंदलाल ने सुर्खियां बटौरी. 

पाकिस्तान में जन्मी, भारत आकर की मेडिकल की पढ़ाई

हिशा कुमारी का जिनका जन्म पाकिस्तान में साल 1998 में हुआ था. वह अपने परिवार के साथ 2013 में भारत आई थी. गुजरात के अहमदाबाद में स्कूल की पढ़ाई खत्म करके हिशा राजस्थान के अजमेर में मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई करके 2022 में डॉक्टर बन चुकी हैं. पाकिस्तान में जन्मी और भारत में आकर पढ़ाई करके डॉक्टर बनी हिशा कुमारी ने आजतक से कहा, 'मुझे मेरी पहचान लौटने के लिए देश के पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह का आभार. आज भारतीय नागरिकता प्रमाणपत्र मिलने के बाद अब में कहीं भी अप्लाई कर सकती हूं.'

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पाकिस्तान में हुई 8वीं तक की पढ़ाई

हिशा कुमारी ने कहा, 'मेरा जन्म 1998 में पाकिस्तान में हुआ था, साल 2013 में अपने परिवार के साथ भारत आई थी. जिसके बाद मैंने भारत आकर अहमदाबाद में 8वीं से आगे की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद साल 2017 में राजस्थान से मेडिकल की पढ़ाई की. मेरे परिवार में मेरे अलावा सभी के पास भारतीय नागरिकता का प्रमाणपत्र था. आज मुझे भी भारतीय नागरिकता प्रमाणपत्र मिल चुका है, इस बात का गर्व के साथ ख़ुशी भी है.'

बीते 6 महीने में 50 से ज्यादा पाकिस्तानियों को मिली भारतीय नागरिकता

अहमदाबाद के नरोड़ा से बीजेपी एमएलए पायल कुकरानी ने कहा, 'जब देश का विभाजन हुआ तब तय हुआ था कि माइनॉरिटी को उनके अधिकार दिए जाएंगे. पाकिस्तान में तब हिंदू 15 प्रतिशत थे, जिनकी संख्या घटती ही जा रही है. हमारे हिंदुओं के बारें में पहले की सरकारों ने कभी कुछ नहीं सोचा. लोग नागरिकता के लिए दिल्ली तक धक्के खाते रह जाते थे लेकिन मोदी सरकार ने इन सभी लोगो के बारें में सोचा और उन्हें उनका अधिकार दिलाया है. पिछले छह महीने में CAA के तहत 50 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिकों को भारतीय नागरिकता का प्रमाणपत्र दिला चुके हैं.'

गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने विदेश में माइनॉरिटीज पर जताई चिंता

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55 पाकिस्तानी नागरिकों को भारतीय नागरिकता के प्रमाणपत्र देने के मौके पर गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने कहा, 'जब मैं आपको देखता हूं तब कहता हूं, मुस्कुराइए अब आप इस महान देश भारत के नागरिक हों.' उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन से पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसे देशों में हिंदु, ईसाइ, जैन, पारसी, सिख और बौद्ध को माइनॉरिटी कहा जाता है. इन देशों में माइनॉरिटी पर अत्याचार की घटनाए हमने देखी है. पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसे देशों में फंसे मेरे हिंदू परिवार के साथ जो घटनाएं बनी, मेरी बहनों का घर से निकलना मुश्किल हो गया, परिवारों में बेटे-बेटियों के भविष्य की चिंता रहती थी. लेकिन नरेंद्र मोदी के पीएम बनते ही सबसे पहले नियमों में बदलाव लाकर यहां से दिल्ली के चक्कर कम काटने पड़े ऐसी व्यवस्था की. अहमदाबाद समेत कई जिलों में मोदी सरकार द्वारा कलेक्टर को स्पेशल पावर देकर आपके लिए सुविधा बढ़ाई गई.'

हर्ष संघवी ने कहा, 'आज एक हिंदू, भारतीय और मोदी सैनिक के नाते मुझे गर्व है कि ऐसी व्यवस्था बनाई कि आप अपनी कर्मभूमि भारत आ पाए और अपना अधिकार हासिल कर पाए हैं. हर्ष संघवी ने कहा कि मुझे गर्व है कि हमारे यहां अहमदाबाद में माइग्रेट डॉक्टर के नाम पर एक एसोसिएशन चल रहा गई. और यहां आप सब एक होकर समाज की सेवा कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'आज हमारे बीच एक ऐसी नागरिक है जिनका जन्म पाकिस्तान में हुआ और भारत आकर डॉक्टर बनी है. हमारे और देश के लिए यह गर्व की बात है.'

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