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कर्नाटक: बार-बार परीक्षा में फेल हुई तो इंजीनियरिंग स्टूडेंट ने कर लिया सुसाइड, हॉस्टल में फंदे से लटका मिला शव

घटना गुरुवार दोपहर 3:30 बजे की बताई जा रही है. छात्रा अपने हॉस्टल के कमरे में अकेली थी. जब रूममेट उसके कमरे में पहुंची तो छात्रा को फंदे से लटका हुआ देखा. मृतक छात्रा कर्नाटक के तुमकुर में स्थित श्री सिद्धार्थ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थी.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

कर्नाटक में एक 20 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा की आत्महत्या का मामला सामने आया है. छात्रा ने कर्नाटक में स्थित श्री सिद्धार्थ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी हॉस्टल के कमरे फंदे से लटककर सुसाइड कर लिया. बताया जा रहा है कि छात्रा ने परीक्षा में बार-बार फेल होने से निराश होकर यह कदम उठाया होगा. हालांकि इसकी घटना की जानकारी पुलिस को दे दी गई है. पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.

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दरअसल, घटना गुरुवार दोपहर 3:30 बजे की बताई जा रही है. छात्रा अपने हॉस्टल के कमरे में अकेली थी. जब रूममेट उसके कमरे में पहुंची तो छात्रा को फंदे से लटका हुआ देखा. तुरंत इसकी जानकारी हॉस्टल को दी गई और इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया.

मृतक छात्रा कर्नाटक के तुमकुर में स्थित श्री सिद्धार्थ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थी. इस कॉलेज के मालिक कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर हैं. छात्रा सेकेंड ईयर की परीक्षा दे रही थी लेकिन बार-बार परीक्षा देने पर भी पास नहीं हो पा रही थी. सेकेंड अटेंप्ट में वह तीन विषयों में फेल हो गई. छात्रा के आत्महत्या के पीछे परीक्षा में बार-बार फेल होना मुख्य वजह माना जा रहा है.

तुमकुर एसपी अशोक केवी का कहना है कि छात्रा के परीक्षा में फेल होने के बाद कॉलेज की ओर से दूसरा मौका दिया गया. दूसरे अटेंप्ट में भी वह 3 विषयों में फेल हो गई. आत्महत्या के पीछे यही वजह हो सकती है. 

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बता दें कि इस साल छात्र आत्महत्या के मामलों ने पूरे देश को सोचने पर मजबूर कर दिया है. कोटा हो या कर्नाटक छात्रों की आत्महत्या की खबरें सुनकर हर कोई परेशान है. सबसे ज्यादा मामले राजस्थान के कोटा में सामने आए हैं.  अक्टूबर 2023 तक कोटा में नीट-जेईई जैसी बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 27 छात्र-छात्राओं ने सुसाइड किया है. यह आंकड़े पिछले कई सालों के मुकाबले कई ज्यादा हैं. हालांकि प्रशासन इससे निपटने के लिए छात्रों की काउंसलिंग से लेकर वार्डन, मैस कर्मचारियों, कोचिंग इंस्टीट्यूट्स आदि से मदद ले रहा है. छात्र-छात्राओं की हर संभव मदद के लिए कोटा में पुलिस स्टूडेंट सेल लगातार मीटिंग कर रही है.

कर्नाटक से तुमकुर से अनघा की रिपोर्ट
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