Agniveer Bharti 2023: भारत में पिछले साल से लागू हुई अग्निवीर योजना के तहत नये फौजियों की भर्ती शुरू हो गई है और ट्रेनिंग हो रही हैं. देश की रक्षा के लिए देश के अलग अलग हिस्सों में आर्मी अग्निवीरों के पहले बैच की ट्रेनिंग 02 जनवरी 2023 से शुरू कर दी गई है. अहमदनगर में बख्तरबंद कोर सेंटर और स्कूल में अग्निवीर ट्रेनिंग की शुरुआत हो गई है.
यहां पर अग्निवीर के पहले बैच को ट्रेनिंग दी जा रही है. इस केंद्र में तकरीबन 1800 अग्निवीर हैं जो बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग ले रहे हैं. इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत इनकी ट्रेनिंग के लिए पूरा शेड्यूल बनाया गया है, जहां पर 6 महीनों तक लगातार इस पैटर्न को इन अग्निवीरों द्वारा फॉलो किया जाएगा.
अग्निवीर की ट्रेनिंग पैटर्न के मुताबिक अग्निवीरों का दिन सुबह 5 बजे से शुरू होता है. वही सुबह 6 बजे फिजिकल ट्रेनिंग के लिए ट्रेनिंग ग्राउंड में इन अग्निवीरों की पहचान होती है. फिजिकल ट्रेनिंग के समय अग्निवीरों को रनिंग से शुरू करना होता है जिस के बाद रोलिंग, डिप्स, आर्म्स एंड लेग्स जैसी कसरत कराई जाती है. साथ ही इन अग्निवीरों को हर परिस्थिति के लिए तैयार करने के लिए उनको रस्सी पर भी चलाया जाता है और ऐसी ही कई कसरतें हर दिन 40 से 45 मिनट तक करवाई जाती हैं.
फिजिकल ट्रेनिंग के बाद बारी आती है ड्रिल ट्रेनिंग की. यह ट्रेनिंग फौजियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण होती है. यहां पर मार्चिंग, स्लोटिंग, गन स्किल ट्रेनिंग अनुशासन के पाथ पढ़ाये जाते हैं और आर्मी के पारंपरिक मार्च के अलग अलग स्टेप्स की तालीम दी जाती है. युद्ध जैसे हालतों में किसी भी काम की ज़रूरत आ सकती है, ऐसे में इनअग्निवीरों को आर्मी के वाहन चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है. इसके अलावा वाहन कैसे चलता है, उसमे क्या-क्या चीज़े होती हैं, वाहन को कैसे चलाया जाता है, अगर खराबी आती है तो कैसे रिपेयर किया जाता है, यह भी सिखाया जाता है.
अग्निवीर ट्रेनिंग का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है एडवांस ट्रेनिंग. इस एडवांस ट्रेनिंग के मद्देनज़र टैंक ट्रेनिंग भी अग्निवीरों को करवाई जाती है, जहां पर अहमदनगर में बख्तरबंद कोर केंद्र और स्कूल में असली टैक्स के साथ साथ वर्चुअल टैक्स और टैंक के ऊपर के भाग लगाए गए है. यहां पर अग्निवीर टैंक चलाना, फायर करना, गियर चेंज करना और टैंक के सारे फंक्शन सिखाए जाते है. आनेवाले 6 महीनों तक इसी तरह इंटेंस ट्रेनिंग अग्निवीरों की करवाई जाएगी जहां से ट्रेनिंग खत्म करके कुछ अग्निवीर फ़ौज में शामिल होंगे और देश की रक्षा करेंगे.