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UP Board Paper Leak: परीक्षा शुरू होते ही बायोलॉजी-मैथ का पेपर किया 'आउट', 2 गिरफ्तार, आरोपी कॉलेज प्रबंधक का बेटा फरार

UP Board Exam: आगरा में यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट पेपर लीक मामले के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने केंद्र व्यवस्थापक, अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक को गिरफ्त में लिया है. वहीं, पेपर लीक घटना का मुख्य आरोपी विनय चौधरी फरार है, जो कॉलेज में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम देखता है.

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यूपी बोर्ड एग्जाम: पेपर लीक केस में गिरफ़्तारी (सांकेतिक फोटो)
यूपी बोर्ड एग्जाम: पेपर लीक केस में गिरफ़्तारी (सांकेतिक फोटो)

उत्तर प्रदेश के आगरा में यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट पेपर लीक मामले के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने केंद्र व्यवस्थापक राजेंद्र सिंह उर्फ हुड्डा और अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक गंभीर सिंह को गिरफ्त में लिया है. जबकि, पेपर लीक घटना का मुख्य आरोपी विनय चौधरी फरार है, जो कॉलेज में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम देखता है. वह कॉलेज प्रबंधक का बेटा भी है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है. 

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विनय के मोबाइल नंबर से ही पेपर (प्रश्न पत्र) व्हाट्सएप ग्रुप में डाला गया था. पेपर ग्रुप पर डालने के पांच मिनट बाद ही डिलीट कर दिया था. लेकिन तब तक यह इंटरनेट पर प्रसारित होने लगा. इसकी भनक लगते ही विनय ने तुरंत ग्रुप छोड़ दिया और अपना फोन नंबर भी बंद कर लिया. 

बता दें कि थाना फतेहपुरसीकरी पुलिस ने दोनों आरोपियों (केंद्र व्यवस्थापक और अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक) को अरेस्ट किया है. ये दोनों एग्जाम सेंटर में तैनात थे. वहीं, पेपर लीक मामले में ताज सुरक्षा अरीब अहमद को जांच अधिकारी नियुक्ति किया गया है. अरीब अहमद ने कहा कि डीआईओएस ने थाना फतेहपुरसीकरी में तहरीर दी थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि अतर सिंह इंटर कॉलेज के कंप्यूटर ऑपरेटर ने गणित और जीव विज्ञान के पेपर ग्रुप पर वायरल कर दिए थे. तहरीर मिलने के बाद सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दो लोगों की गिरफ्तारी की गई.

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व्हाट्सएप ग्रुप में लीक हुआ था पेपर 

मालूम हो कि बीते दिन यूपी बोर्ड का जीव विज्ञान और गणित का पेपर व्हाट्सएप ग्रुप पर लीक हो गया था. जीव विज्ञान और गणित का पेपर गुरुवार दोपहर 2:00 बजे शुरू हुआ और शुरू होने के 1 घंटे बाद ही दोनों पेपर व्हाट्सएप ग्रुप पर डाल दिए गए थे. पेपर वायरल होने के बाद अफरा-तफरी मच गई और लोगों ने कमेंट करना शुरू कर दिया था. लोगों के कमेंट के बाद व्हाट्सएप ग्रुप से पेपर डिलीट कर दिया गया. 

जांच में खुलासा हुआ है कि पेपर लीक होने का यह मामला अतर सिंह इंटर कॉलेज रोझौली के कंप्यूटर ऑपरेटर विनय चौधरी ने किया था. पेपर लीक होने पर विनय के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई. विनय के अतिरिक्त स्टैटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक और अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक के खिलाफ भी तहरीर दी गई. 

जांच के लिए कमेटी का गठन

शिक्षा विभाग ने जीव विज्ञान और गणित के पेपर लीक की जांच के लिए तीन सदस्य कमेटी का गठन किया है. विभाग के अधिकारी अब घटना की जांच कर रहे हैं कि आखिर यह सब हुआ कैसे? 

गौरतलब है कि इंटरमीडिएट के जीव विज्ञान और गणित का पेपर गुरुवार को दोपहर 2:00 बजे से शुरू हुआ था. पेपर शुरू होने के 1 घंटे बाद दोनों पेपर 'ऑल प्रिंसिपल आगरा ग्रुप' पर विनय के मोबाइल नंबर से ग्रुप में डाल दिए गए. जीव विज्ञान के पेपर का कोड 368 जी एल और सीरियल 153 था. 

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व्हाट्सएप ग्रुप में जीव विज्ञान पेपर के सभी पन्ने डाले गए थे. ग्रुप में डाले गए गणित के पेपर का कोड 324 एफ सी है. जिस मोबाइल नंबर से ये दोनों पेपर व्हाट्सएप ग्रुप में डाले गए थे उस पर विनय का नाम लिखा था. 

शुरुआती जांच में यह भी माना जा रहा है कि पेपर की फोटो खींचकर किसी और व्यक्ति को अथवा ग्रुप में डालने की मंशा भी हो सकती है, जो गलती से प्रिंसिपल व्हाट्सएप ग्रुप में पेपर डल गया हो. आशंका है कि शिक्षा माफिया कहीं कॉपी कर रहे हो और उन्हीं के लिए यह पेपर भेजना हो. 

फिलहाल, पेपर लीक होने के बाद परीक्षा केंद्रों की चाक चौबंद व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे, केंद्र व्यवस्थापक और स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती के बाद भी एक साथ जीव विज्ञान और गणित का पेपर लीक हो गया. शिक्षा विभाग में पेपर लीक होने की जांच पड़ताल का काम शुरू हो गया है.

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