न्यू नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत राज्य में एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी मीडियम में कराने की शुरुआत मध्यप्रदेश सरकार कर रही है. राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मीडिया को जानकारी दी है कि केंद्रीय गृह मंत्री मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में एक कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा शिक्षा के हिंदी पाठ्यक्रम की पाठ्यपुस्तकें लांच की जाएंगी. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इसे लांच करेंगे.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि यह अपनी मातृभाषा के गौरव को स्थापित करने का कार्यक्रम है और लोगों की मानसिकता बदलने की ऐतिहासिक घटना है. उन्होंने कहा कि यह साबित करने के लिए एक उदाहरण होगा कि विशेष विषयों को हिंदी में भी पढ़ाया जा सकता है न कि केवल अंग्रेजी में.
राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने एक न्यूज एजेंसी से पाठ्यक्रम के बारे में बोलते हुए कहा कि फिजियोलॉजी, बायो केमिस्ट्री और एनाटॉमी जैसे विषयों के लिए किताबों का पहला खंड तैयार है और एमबीबीएस के पहले वर्ष में पढ़ने वाले छात्रों को ये किताबें दी जाएंगी.
उन्होंने कहा कि तीन विषयों की पाठ्यपुस्तकें विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा तैयार की गई हैं. अब इन पुस्तकों का दूसरा खंड तैयार किया जा रहा है. ये किताबें इस तरह से तैयार की जा रही हैं कि रक्तचाप, रीढ़, हृदय, गुर्दे और यकृत या शरीर के अन्य महत्वपूर्ण अंगों और संबंधित शब्दों जैसे तकनीकी शब्दों को अंग्रेजी में उच्चारित करने के लिए हिंदी में लिखा जाता है. उन्हें अंग्रेजी में कोष्ठक में भी लिखा जाएगा.
उन्होंने कहा कि पाठ्यपुस्तकें इस तरह से तैयार की जाती हैं कि एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद पीछे न रहें, क्योंकि वे अंग्रेजी और हिंदी में सभी तकनीकी और चिकित्सा शब्द सीखेंगे. मंत्री ने कहा कि पहले वर्ष में शरीर विज्ञान, शरीर रचना विज्ञान और जैव रसायन मुख्य रूप से छात्रों को पढ़ाया जाता है.