
भारत मे नए नए प्रयोग होते रहते हैं. दुनियाभर में सबसे ज्यादा ग्रासरूट इनोवेशन भारत मे ही होते हैं. अलग अलग इंडस्ट्री के लिए ग्रासरूट लेवल इनोवेशन पर ग्रेटर नोएडा शारदा यूनिवर्सिटी में एक दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस के आयोजन किया गया है. शारदा यूनिवर्सिटी में आज से शुरू हुए दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में देश भर से आये दिग्गज अलग अलग इंडस्ट्री के लिए हो रहे रिसर्च और इनोवेशन पर चर्चा करेंगे.
इस कार्यक्रम में ग्रासरूट इनोवेशन पर कैसे रिसर्चर्स को मदद किया जाए, कैसे उसे पेटेंट कर देश हित और मानव जीवन को आसान बनाया जाए पर रिसर्चर्स चर्चा करेंगे. भारत सरकार की तरफ से ग्रासरूट इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए इस दो दिवसीय कार्यक्रम में DRDO से भी रिसर्चर्स को भेजा गया है.
इस कार्यक्रम में सबसे महत्वपूर्ण चर्चा प्राचीन भारत मे जो रिसर्च हुए उसपर चर्चा कर उसे पूरे विश्व मे कैसे पहुंचाया जाए पर बात होगी. भारत सदियों से इनोवेशन में मजबूत रहा है लेकिन दुनिया तक वो रिसर्च नही पहुंच पाई जिसपर चर्चा की जाएगी.
डॉ भुवनेश कुमार डीन रिसर्च शारदा यूनिवर्सिटी आज तक से बात करते हुए बताया कि प्राचीन भारत में बहुत से इनोवेशन हुए जो पूरी दुनिया तक नहीं पहुंच पाए. साथ ही हमारे यहां जो रिसर्च हुए हैं और जो इनोवेशन हुए हैं उस पर इंडस्ट्री और अन्य लोगों के साथ चर्चा होगी. जो इनोवेशन कामयाब हैं उसका पेटेंट करवाकर इंडस्ट्री को दिया जाएगा. उसके बाद लोगों के बीच में इनोवेशन कितना कामयाब है कितनी खामियां है. इसका सर्वे कर खामियों को पूरा किया जाएगा. इन सब बातों पर 2 दिन तक चर्चा की जाएगी.