अयोध्या में बनने वाली मस्जिद के निर्माण के लिए मुख्य वास्तुकार कौन होंगे इसका फैसला हो चुका है. जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के आर्किटेक्ट प्रोफेसर एसएम अख्तर को अयोध्या में फैजाबाद में बनने वाली मस्जिद का वास्तुकार नियुक्त किया गया है. Aajtak.in ने दिल्ली में मौजूद प्रोफेसर अख्तर से मस्जिद और उसके साथ के कॉम्प्लेक्स को लेकर खास बातचीत की.
प्रश्न : सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अयोध्या में मस्जिद को बनाने के लिए 5 एकड़ की जमीन दी गई है. इस मस्जिद को बनाने में किन चीजों का खास ख्याल रखा जाएगा?
उत्तर: ये सिर्फ एक मस्जिद नहीं होगी बल्कि पूरा एक कॉम्प्लेक्स होगा जिसमें इंडियन एथॉस, इस्लामिक स्पिरिट और ह्यूमन वैल्यूज को लेकर पूरा आर्किटेक्ट तैयार किया जाएगा. इन तीनों चीजों के माध्यम से हम सोसाइटी, नेशन और कम्युनिटी को कैसे सर्व कर सकते हैं. ये ही कॉम्प्लेक्स बनाते वक्त हमारी कोशिश होगी. पूरे कॉम्प्लेक्स का डिजाइन तैयार करते वक्त हमारी कोशिश होगी कि ये लोगों को आपस मे जोड़कर भाईचारे का संदेश देने का काम करे.
प्रश्न: इस पूरे कॉम्प्लेक्स पर काम कबसे शुरू होगा?
उत्तर: हमने इस पर काम शुरू कर दिया है डिजिटली और कंप्यूटर के माध्यम से हमने मस्जिद के डिजाइन पर काम करना शुरू कर दिया है. अभी कोरोना का वक्त है इसलिए लोगों से मिलना-जुलना देश में या देश के बाहर नहीं हो सकता, लेकिन डिजिटल माध्यमों से संपर्क के जरिए इसके डिजाइन पर काम जारी रहेगा.
प्रश्न: मस्जिद के अलावा इस कॉन्प्लेक्स में और क्या-क्या चीजें बनाई जाएंगी?
उत्तर: मस्जिद के साथ-साथ 5 एकड़ की जमीन पर हॉस्पिटल और कुछ और चीजें भी बनाई जाएंगी जैसे यहां सुपर स्पेशलिटी या मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल से लेकर लाइब्रेरी और म्यूजियम तक बनाने की योजना है.
प्रश्न: आर्किटेक्ट की कितनी बड़ी टीम आपके साथ होगी और काम कब तक पूरा होने की संभावना है?
उत्तर: मेरे साथ आर्किटेक्ट की टीम कितनी बड़ी होगी या पूरी मस्जिद का डिजाइन तैयार करने में कितना वक्त लगेगा इसको लेकर अभी समय-सीमा तय नहीं है. लेकिन यह तय है कि एक बड़ी टीम होगी जो बेहतरीन वास्तुकला का नमूना पेश करेगी.
प्रश्न: क्या यह मस्जिद बाकी और मस्जिदों के जैसी ही होगी या इसकी वास्तुकला औरों से अलग होगी?
उत्तर: इस मस्जिद को बनाने के वक्त खास तौर से आज की जरूरतों का ख्याल रखा जाएगा, जिसमें पर्यावरण से लेकर सोलर एनर्जी तक की व्यवस्थाओं पर काम किया जाएगा. पार्किंग से लेकर फायर तक के इंतजाम इस तरह की किए जाएंगे जो आज की जरूरतों को पूरा करें और भविष्य के लिए भी कारगर साबित हों. मेरे पढ़ाए हुए आर्किटेक्ट दुनियाभर में फैले हुए हैं उन सब से भी मदद ली जाएगी टीम बड़ी होगी लेकिन कितनी बड़ी होगी यह अभी कहना मुश्किल है.
प्रश्न: पांच एकड़ की जमीन पर आर्किटेक्ट का काम पूरा करने में और फिर उसे आगे विस्तार देना कितना महत्वपूर्ण है आपके लिए?
उत्तर: पांच एकड़ की लैंड कोई बहुत बड़ी नहीं होती है. आर्किटेक्ट के तौर पर यह जमीन हमारे लिए काफी छोटी है, लेकिन इसी जमीन पर हमें मस्जिद अस्पताल और बाकी और चीजों को बनाने का डिजाइन तैयार करना है. जामिया के हॉस्पिटल का डिजाइन मैंने 1 हफ्ते के भीतर तैयार कर दिया था ऐसे में महत्वपूर्ण यह नहीं है कि जमीन कितने एकड़ में है बल्कि किसी भी आर्किटेक्ट के लिए महत्वपूर्ण यह है कि डिजाइन ऐसा तैयार करे जो पहले से बेहतर हो.