
'एनटीए द्वारा आयोजित होने वाली NEET एग्जाम में संगठित गिरोह, कुछ छात्रों एवं परीक्षा संचालन कराने वाले कर्मियों की मिली भगत से क्वेश्चन पेपर की चेन ऑफ कस्टडी की इंटीग्रिटी को भंग किया गया है. क्वेश्चन पेपर लीक किया गया है. सफेद रेनाल्ड डस्टर गाड़ी से संगठित गिरोह के सदस्य परीक्षा केंद्र के आसपास घूम रहे हैं.' एक 'मिस्ट्री कॉल (Mystery Call)' पर बिहार पुलिस को यह बातें उस वक्त बताई गई जब NEET UG 2024 का पेपर चल रहा था. इस अनजान कॉल की बिनाह पर NEET Paper Leak के मुख्य तीन आरोपी जेई सिकंदर प्रसाद यादवेंदु, अखिलेश कुमार और बिट्टू कुमार को दबोचा गया था.
5 मई 2024 को पहली बार नीट पेपर में कथित लीक का खुलासा कैसे हुआ? इसकी जानकारी बिहार पुलिस की ओर से दर्ज की गई FIR से मिली है. एफआईआर में शास्त्रीनगर थाना SHO अमर सिंह (44 वर्षीय) ने पूरी घटना का जिक्र किया है. उन्होंने बताया कि 5 मई 2024 को दोपहर 2:05 बजे (2 बजे नीट यूजी का पेपर शुरू हुआ था.) गश्ती के क्रम में सूचना मिली कि आज नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) का पेपर लीक किया गया है. आगे बताया गया कि सफेद रेनाल्ड डस्टर गाड़ी में गिरोह के सदस्य परीक्षा केंद्र आसपास ही घूम रहे हैं.
भागने की कोशिश कर थे आरोपी, पुलिस ने घेराबंदी करके पकड़ा
एसएचओ ने आगे बताया कि (FIR के आधार पर) गाड़ी की तलाश के लिए बेली रोड पर राजवंशी नगर मोड के पास गाड़ी चेकिंग शुरू किया. चेकिंग के दौरान बेली रोड पर पटेल भवन की तरफ से सफेद रंग की रेनाल्ड डस्टर गाड़ी सामने आते हुए दिखाई दी, जिसकी घेराबंदी करके रोका गया. गाड़ी में तीन लोग थे, जो गाड़ी रोककर तेजी से भगाने की कोशिश करने लगे. पुलिस ने उन्हें बल के सहयोग से पकड़ा. पकड़े गए लोगों से जब नाम पूछा गया तो एक का नाम सिकंदर यादवेंदु (56 वर्षीय), दूसरे का अखिलेश कुमार (43 वर्षीय) और तीसरे के नाम बिट्टू कुमार (38 वर्षीय) बताया.
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सिकंदर की गाड़ी से मिले थे चार छात्रों के नीट एडमिट कार्ड
पकड़े गए लोग पहले तो गाड़ी की तलाशी के लिए तैयार नहीं थे, बाद में जब तलाशी ली गई तो ड्राइवर के बगल वाली सीट के सामने सेल्फ में रखे हुए चार एडमिट कार्ड की फोटो कॉपी मिली. ये एडमिट कार्ड अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार, आयुष राज और अनुराग यादव (जेई सिकंदर अनुराग यादव का फूफा है) के थे.
नीट परीक्षा में सेटिंग और उत्तर रटवाने की बात सामने आई
सख्ती से पूछताछ के दौरान सिकंदर ने कहा कि हमारे कुछ विद्यार्थी पटना के अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा दे रहे हैं. जिनका नीट परीक्षा में सिटिंग का काम करने में राजीव सिंह, रॉकी नीतीश और अमित आनंद के माध्यम से सेंटिग करवाई गई है. सिकंदर ने यह भी खुसाला किया कि उनके कुछ विद्यार्थियों को वो लोग नीट की परीक्षा के क्वेश्चन पेपर के उत्तर पढ़वाने के लिए ले गए थे.
सबसे पहले नीट परीक्षा दे रहे आयुष राज को पकड़ा
नीट पेपर लीक और उत्तर रटवाने की बात सामने आने के बाद वरीय पदाधिकारी को मामले की सूचना दी गई. दोपहर 3:30 बजे गाड़ी से मिले एडमिट कार्ड और पकड़े गए तीनों लोगों द्वारा दी गई सूचना के आधार पर पुलिस तुरंत एक परीक्षा केंद्र पर पहुंची. परीक्षार्थी आयुष राज के एडमिट कार्ड लेकर परीक्षा केंद्र पर पूछताछ की गई तो पता चला कि छात्र रूम नंबर 28 में परीक्षा दे रहा है. परीक्षा खत्म होने के बाद परीक्षार्थी आयुष राज से पूछताछ की गई.
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आयुष राज ने किए कई खुलासे
पूछताछ के दौरान परीक्षार्थी आयुष राज ने कहा कि रामकृष्णानगर थाना अंतर्गत खेमनीचक स्थित Learn Boys Hostel एवं Learn Play School में मुझे 4 मई 2024 की रात को ले जाकर क्वेश्चन पेपर उत्तर समेत दिया गया था और याद करने के लिए कहा गया था. आज पेपर में सभी प्रश्न शत-प्रतिशत मिले. आयुष राज ने आगे खुलासा किया कि आज उसके साथ 20 से 25 परीक्षार्थियों को भी प्रश्न पत्र उत्तर सहित दिया गया था और रटवाया गया था.
बता दें कि नीट पेपर लीक खुलासे के बाद बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध ईकाई ने चार परीक्षार्थी (अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार, आयुष राज और अनुराग यादव) समेत 19 लोगों को गिरफ्तार किया है.
नालंदा का नीट कनेक्शन
जेई सिकंदर, नीतीश और अमित आनंद के पकड़े जाने के बाद नीट पेपर लीक मामले में संजीव मुखिया का भी नाम सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार, संजीव मुखिया पिछले 10 साल से पेपर लीक का धंधा चला रहा है. बीपीएससी पेपर लीक मामले में भी संजीव मुखिया का नाम सामने आ चुका है. बताया जा रहा है कि संजीव नालंदा का रहने वाला है और यहीं से पेपर लीक गैंग ऑपरेट करता है. संजीव का बेटा एमबीबीएस डॉक्टर शिव कुमार पहले ही BPSC TRE पेपर लीक मामले में जेल में बंद है.
बता दें कि EOU की टीम ने संजीव मुखिया को पकड़ने के लिए तलाश अभियान तेज कर दिया है. नीट पेपर लीक मामले में 21 जून तक की रिपोर्ट शिक्षा मंत्रालय को सौंपी दी है. नीट पेपर लीक, परीक्षा रद्द की मांग, सीबीआई जांच की मांग और नीट यूजी काउंसलिंग पर रोक की मांग वाली याचिकाओं समेत अन्य याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में 8 जुलाई को सुनवाई होनी है.