
BPSC Paper Leak: बीपीएससी 67वीं प्रीलिम्स परीक्षा पेपर लीक के चलते रद्द कर दी गई है जिसके बाद से अभ्यर्थी दुखी नज़र आ रहे हैं. परीक्षा में शामिल होने गए अभ्यर्थी संजय रजक के साथ उनका पूरा परिवार पेपर कैंसिल होने के बाद से दुखी है. दाई का काम करने वाली रेखा देवी बड़े अरमान से बेटे को अफसर बनाने का सपना लिए पढ़ा रही हैं वह दूसरे के घरों में बर्तन चौका करती हैं जबकि पति धोबी का काम कर बेटे को पढ़ाते हैं. दोनो काफी गरीबी में परिवार का भरण पोषण करते हैं. अब परीक्षा रद्द हो गया तो मानो उनपर मुसीबतों का पहाड़ टूट गया.
मुजफ्फरपुर के बहल खाना सलम बस्ती में संजय का परिवार रहता है. संजय 2011 में मैट्रिक फर्स्ट डिवीजन और 2013 में इंटर फर्स्ट डिवीजन पास हैं. संजय B.Com करने के बाद सेल्फ स्टडी करके बीपीएससी की तैयारी कर रहे हैं. यह उनका तीसरा अटैंप्ट था. उनका कहना है कि तैयारी अच्छी थी. दरभंगा में सेंटर पड़ा था और एक्जाम भी बढ़िया गया था. लेकिन एक्जाम से निकलते ही परीक्षा रद्द होने को खबर मिली तो दुखो का पहाड़ टूट गया. माता-पिता को क्या जवाब देंगे. वो लोग अनपढ़ हैं और संजय के उम्र के दूसरे बच्चे रोजी रोजगार करते है संजय पर भी दबाव रहता है की कुछ काम करे.
एक और अभ्यर्थी रिसेक कुमार पिता के साथ फुटपाथ पर चाय की दुकान चलाते हैं. परीक्षा रद्द होने से काफी उदास हैं. बीपीएससी एक्जाम की तैयारी को लेकर बीते 15 दिनों से दुकान भी बंद कर पूरी दिन रात तैयारी कर रहे थे. तैयारी भी काफी अच्छी की थी. अररिया एक्जाम देने गए थे मगर एक्जाम से निकलते ही जानकारी मिली तो आखों के सामने अंधेरा छा गया कि अब घर पर जाकर क्या कहेंगे. मां भी बीमार है. पिता जी बुजुर्ग हैं. दो भाई में रिसेक बड़े है परिवार की पूरी जवाबदेही रिसेक के कंधो पर ही है.
कैटरिंग चलाने वाले विजय कुमार भी पहली बार बीपीएससी एक्जाम में शामिल हुए थे और एक्जाम को लेकर काफी उत्साहित थे. पिताजी प्राइवेट ड्राईवर हैं. चार भाई एक बहन में सबसे छोटे विजय ने बीपीएससी पास कर के ऑफिसर बनने का सपना देखा था. विजय ने बताया कि भाई के साथ कैटरिंग चलाते हैं और खाली समय में पढ़ाई करते हैं. बीपीएससी एक्जाम का समस्तीपुर में सेंटर पड़ा था. परीक्षा से आने के बाद मोबाइल देखा तो परीक्षा कैंसिल होने की जानकारी मिली. मन काफी उदास हो गया. अब सोच रहे हैं कि तैयारी करें या परिवार चलाएं. निर्णय कर पाना मुस्किल है.