बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना के गांधी मैदान में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा चयनित 25 हजार नवनियुक्त शिक्षकों के बीच नियुक्ति पत्र सौंपे. लेकिन हैरानी की बात यह है कि इनमें से कई शिक्षकों को बीपीएससी की फुलफॉर्म और देश के उपराष्ट्रपति का नाम तक नहीं पता. जब कुछ शिक्षकों से बीपीएससी के चेयरमैन का नाम पूछा गया तो किसी ने कहा केके तिवारी तो किसी ने आनंद किशोर बताया.
आजतक ने पूछे सवाल तो नवनियुक्त शिक्षकों के छूटे पसीने
आजतक ने कुछ शिक्षिकाओं से पूछा कि बीपीएससी के अध्यक्ष कौन हैं? इस सवाल के जवाब में एक शिक्षिका ने कहा कि बीपीएससी के अध्यक्ष के के तिवारी हैं, तो एक शिक्षिका ने आनंद किशोर को ही बीपीएससी का अध्यक्ष बता दिया. एक शिक्षिका ने कहा कि अब्दुल प्रसाद बीपीएससी के अध्यक्ष हैं. इतना ही नहीं एक महिला शिक्षक से जब आजतक ने BPSC का फूल फॉर्म इंग्लिश मे बताने को कहा तो शिक्षिका की सांस फूलने लगी, वो बहाने बनाकर कैमरे से नजर चुराने लगी.
उपराष्ट्रपति का नाम भी नहीं बता पाए शिक्षक
आजतक ने इस दौरान कुछ पुरुष शिक्षकों से भी बातचीत की. आजतक ने जब उनसे ये सवाल पूछा कि देश के उपराष्ट्रपति कौन हैं? यह सवाल सुनते ही शिक्षकों की सांसे फूलने लगी. शिक्षक अजीबो गरीब बहाने बनाने लगे. काफी सोच विचार करने के बाद पीछे से एक शिक्षक कहते हैं कि हमारे देश के उपराष्ट्रपति का नाम वेंकैया नायडू है. बस क्या था बाकी शिक्षक भी उन्हीं को कॉपी करने लगे और कहने लगे कि हमारे उपराष्ट्रपति का नाम वेंकैया नायडू है. एक के बाद एक चार शिक्षकों ने उपराष्ट्रपति का नाम वेंकैया नायडू बताया. शिक्षक इन सवालों पर अजीबोगरीब बहाने बनाते नजर आए और सवाल सुनते ही कमरे से अपनी नजरे चुराने लगे.
बता दें कि बिहार में 1 लाख 20 हजार 336 उम्मीदवारों की शिक्षक भर्ती के बाद बीपीएससी ने दूसरे फेज में 1.22 लाख पदों पर प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती निकाली थी. भर्ती परीक्षा दिसंबर 2023 में आयोजित की गई थी जिसमें 94 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा पास की है. सफल उम्मीदवारों को अब नियुक्ति पत्र सौंपे जा रहे हैं. शनिवार को गांधी मैदान में शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में सीएम नीतीश कुमार के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे.