यूपी के अलीगढ़ में 14 दिसंबर को एएमयू द्वारा संचालित एक कॉलेज के 12वीं कक्षा के एक छात्र पर पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
यूनिवर्सिटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आरोपी के एक क्लासमेट ने मंगलवार को उसके खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई. उन्होंने बताया कि दोनों छात्र मुस्लिम थे.
शिकायतकर्ता अपने हॉस्टल के कमरे में कुछ स्टूडेंट्स के साथ चर्चा कर रहा था. उसी समय आरोपी उनके साथ शामिल हो गया और कथित तौर पर पैगंबर का अपमान करना शुरू कर दिया. अधिकारियों के मुताबिक, जब उसे रुकने के लिए कहा गया तो वो गुस्से में आ गया और विरोध करने पर उसने दुर्व्यवहार भी किया था.
आरोपियों को दी जाएगी सजा
एएमयू प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम ने पीटीआई को बताया कि आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना), 504 (शांति भंग करना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
अलीगढ़ शहर के पुलिस उपाधीक्षक सुमन कन्नोजिया ने कहा, "हम आरोपों की जांच कर रहे हैं जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी."
एएमयू सूत्रों के मुताबिक, छात्र सोमवार शाम इजराइल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध पर चर्चा कर रहे थे, तभी उनकी चर्चा का रुख इस्लाम और पैगंबर की ओर मुड़ गया और छात्र ने कथित तौर पर कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी की.
एएमयू के डिप्टी प्रॉक्टर एस अली नवाज जैदी ने मंगलवार को कहा था, “छात्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया और उसके आपत्तिजनक पोस्ट की जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच पूरी होने तक वह निलंबित रहेंगे. जैदी ने कहा, "हॉस्टल के कैदियों ने छात्र को एक कमरे में बंद करके उसकी पिटाई की और उसे पोस्ट हटाने के लिए मजबूर किया."