प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सीबीएसई बारहवीं बोर्ड परीक्षा कैंसिल करने का फैसला लेकर छात्रों और अभिभावकों का एक संशय खत्म कर दिया है. लेकिन अब सवाल ये है कि अगर एग्जाम कैंसिल हो गए हैं तो अब छात्रों को किस आधार पर पास किया जाएगा. उन्हें सिर्फ पासिंग सर्टिफिकेट मिलेगा या उनके इवैल्यूएशन का कोई अन्य तरीका अपनाया जाएगा.
इस बारे में सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि 12वीं के छात्रों के लिए मूल्यांकन मानदंड (evaluation criteria) आज जारी नहीं किए जाएंगे. इसे अंतिम रूप देने में कुछ समय लगेगा, इसलिए इसे बाद में जारी किया जाएगा. ऐसा कहा जा रहा है कि दसवीं की तर्ज पर ही सीबीएसई बोर्ड 12वीं के इवैल्यूएशन का क्राइटेरिया भी तय करेगा.
ऐसा माना जा रहा है कि जिस तरह सीबीएसई बोर्ड दसवीं के लिए रिजल्ट तैयार करने के लिए ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया तैयार किया है. उसी आधार पर बारहवीं के लिए भी क्राइटेरिया तय होगा. दसवीं में भी ये व्यवस्था की गई है कि अगर कोई छात्र इस प्रोसेस से दिए गए अपने नंबरों से संतुष्ट नहीं होता है तो उसे एग्जाम में हिस्सा लेने का भी अवसर दिया जाएगा. लेकिन ऐसा इसी शर्त पर होगा जब देश के हालात परीक्षा आयोजित कराने के अनुकूल हो जाएंगे.
सीबीएसई ने दसवीं के लिए नई एग्जाम पॉलिसी के तहत हर स्कूल को एक रिजल्ट कमेटी बनाने को कहा था् इस कमेटी में प्रिंसिपल के अलावा सात टीचर्स होंगे जो कि रिजल्ट को फाइनल रूप देंगे. इन टीचर्स में पांच उसी स्कूल से होंगे. ये पांच टीचर गणित, सोशल साइंस, साइंस और दो लैंग्वेज के होंगे. इसके अलावा कमेटी में दो टीचर्स पास के किसी अन्य स्कूल के होंगे जिन्हें स्कूल कमेटी के एक्सटर्नल मेंबर के तौर पर शामिल करेगा.