scorecardresearch
 

CBSE 12th Exam 2021 Update: डेढ़ घंटे के एग्‍जाम पर बन रही सहमति, वैक्‍सीनेशन पर अड़े दिल्‍ली समेत 4 राज्‍य

CBSE Board 12th Exam 2021 Update: परीक्षा के लिए सहमति जताने वाले 32 में से लगभग 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने या तो CBSE के विकल्प B से सहमति जताई है या मामले पर केंद्र के फैसले का समर्थन करने के लिए सहमत हुए हैं. चार राज्‍य दिल्ली, महाराष्ट्र, गोवा और अंडमान और निकोबार ने परीक्षाएं न कराने का सुझाव रखा है और छात्रों और शिक्षकों के लिए वैक्सिनेशन की मांग की है.

Advertisement
X
CBSE Board 12th Exam 2021:
CBSE Board 12th Exam 2021:
स्टोरी हाइलाइट्स
  • स्‍कूल बन सकते हैं सेल्‍फ सेंटर
  • 90 मिनट का हो सकता है एग्‍जाम

CBSE Board 12th Exam 2021 Update: केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक के बाद, शिक्षा मंत्रालय को दी अपनी प्रतिक्रिया में, 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) ने CBSE के 12वीं बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के प्रस्ताव का समर्थन किया है. केवल चार राज्‍य दिल्ली, महाराष्ट्र, गोवा और अंडमान और निकोबार ने परीक्षाएं न कराने का सुझाव रखा है और छात्रों और शिक्षकों के लिए वैक्‍सीनेशन की मांग की है. इंडियन एक्‍सप्रेस के अनुसार, अधिकांश राज्‍यों ने छोटे फॉर्मेट यानी डेढ़ घंटे (90 मिनट) के एग्‍जाम पर सहमति जताई है.

Advertisement

परीक्षा के लिए सहमति जताने वाले 32 में से लगभग 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने या तो CBSE के विकल्प B से सहमति जताई है या मामले पर केंद्र के फैसले का समर्थन करने के लिए सहमत हुए हैं. केवल राजस्थान, त्रिपुरा, तेलंगाना ने विकल्प A यानी मौजूदा फॉर्मेट में ही परीक्षा कराने का प्रस्‍ताव रखा है.

CBSE ने कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय को दो विकल्प प्रस्तावित किए थे. पहले विकल्‍प में छात्रों के केवल 19 महत्‍वपूर्ण विषयों के पेपर लिए जाने हैं जिसमें परीक्षा का फॉर्मेट और एग्‍जाम सेंटर पहले जैसे ही रहेंगे. दूसरे विकल्‍प में एग्‍जाम का पैटर्न 3 घंटे से घटकार 1.5 घंटे किया जाना है और छात्रों को अपने ही स्‍कूल में परीक्षा देने की अनुमति दी जानी है.

Advertisement

केंद्रीय मंत्रियों के साथ हुई हाई लेवल बैठक के बाद सभी राज्‍यों से 1 सप्‍ताह के समय के भीतर बोर्ड परीक्षाओं पर अपने सुझाव देने को कहा गया था. अधिकांश राज्‍य परीक्षाएं कराने के पक्ष में हैं और छोटे फॉर्मेट में परीक्षा लेने के लिए तैयार हैं. केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सभी सुझावों पर विचार के बाद 01 जून को बोर्ड परीक्षाओं की नई डेट्स का ऐलान करेंगे.

 

Advertisement
Advertisement