सीबीएसई की 12वीं कक्षा का रिजल्ट तैयार करने के लिए नंबर देने का पैमाना 16 और 17 जून तक तय कर लिया जाएगा. सूत्रों के अनुसार सीबीएसई की कमेटी इस नंबर देने के पैमाने को तय करने के लिए काम कर रही है और इसे अंतिम रूप देने में जुटी है.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं कोरोना संक्रमण खतरों को देखते हुए रद्द कर दी गई थीं. अब बोर्ड की ओर से कक्षा 12 के छात्रों के लिए मार्किंग पॉलिसी तय करना बाकी है. बोर्ड अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि सीबीएसई बोर्ड 12वीं के छात्रों को मार्क्स के बजाए ग्रेड देने के सुझाव पर विचार कर रहे है. इसका क्राइटेरिया 17 जून तक तैयार होने की बात कही जा रही है.
बोर्ड को सीबीएसई को कक्षा 12 के ऑप्शनल असेसमेंट के लिए स्कूलों से अलग-अगल सुझाव मिल रहे हैं. यह भी कहा जा रहा है कि छात्रों को मार्क के बजाय इस साल ग्रेड दिया जाए. बारहवीं के रिजल्ट के लिए कहा जा रहा है कि इसमें प्री बोर्ड, 10वीं और 11वीं के नंबर जोड़कर इसे तैयार किया जा रहा है.
बता दें कि गत 4 जून को सीबीएसई ने असेसमेंट पॉलिसी तय करने के लिए 13 सदस्यीय एक समिति का गठन किया था. समिति को रिपोर्ट तैयार करने के लिए दस दिन का समय दिया गया था. रिजल्ट को लेकर कई तरह के असेसमेंट पर बात हा रही है, इसमें एक तरीका ये भी है कि बोर्ड 10वीं के फाइनल मार्क्स और 12वीं के आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर भी रिजल्ट तैयार कर सकता है. इसके अलावा सरकार ने पहले ही ये तय कर दिया था कि अगर छात्र अपने रिजल्ट से खुश नहीं हैं तो कोरोना से बिगड़े हालात सामान्य होने पर इसमें अंक सुधार के लिए आवेदन कर सकेंगे.