Covid19 Crisis: छत्तीसगढ़ सरकार ने भी अब फैसला किया है कि राज्य में जिन अभिभावकों की मौत महामारी में हुई है, उनके आश्रित बच्चों की शिक्षा और अन्य खर्च राज्य सरकार उठाएगी. प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसकी घोषणा की. उन्होंने कहा, "प्रदेश सरकार उन बच्चों की शिक्षा का जिम्मा उठाएगी जिन्होंने अपने परिवार के लोगों को कोरोना महामारी के चलते खो दिया है."
राज्य में महतारी दुलार स्कीम के तहत बच्चों को सुरक्षा प्रदान की जाएगी. महामारी के चलते अनाथ हुए बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च प्रदेश सरकार वहन करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा है कि स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में एडमिशन लेने वाले बच्चों को वरीयता दी जाएगी तथा बच्चों से कोई फीस नहीं मांगी जाएगी.
➡️ The state government will also take care of the education of those children whose earning member of the family has died of Covid
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) May 13, 2021
➡️ Preference will be given to such children for admission in Swami Atmanand English Medium Schools; No fees will be charged from them
इससे पहले गुरुवार को मध्य प्रदेश सरकार ने भी ऐसी ही घोषणा की है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना से जान गंवाने वाले अभिभावकों के बच्चों को प्रदेश सरकार मुफ्त शिक्षा, राशन और पेंशन भी देगी. इससे अलावा छोटे व्यापारियों को अपनी आजीविका कमाने के लिए जरूरी लोन लेने में प्रदेश सरकार गारंटर बनकर मदद करेगी.