उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 12 नवंबर को सिंचाई और जल संसाधन विभाग के 1,438 जूनियर इंजीनियरों को उनके नियुक्ति पत्र वितरित किए और यह भी कहा कि हमारे ईमानदार और पारदर्शी माध्यम से नियुक्त किए गए युवा अपने काम में ईमानदारी दिखाते हैं. अपने आधिकारिक निवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में चयनित जूनियर इंजीनियरों में से पांच को ज्वाइनिंग लेटर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "जब कोई युवा पारदर्शी तरीके से चुना जाता है तो उसके काम में ईमानदारी दिखाई देती है. वह जीवन भर अपना सर्वश्रेष्ठ देता है, लेकिन जब किसी को दबाव और खींचतान के माध्यम से रोजगार मिलता है, तो इससे भ्रष्टाचार होता है."
वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपनी बातचीत में मुख्यमंत्री ने पूछताछ की कि क्या नव-नियुक्त जूनियर इंजीनियरों को नौकरी पाने के लिए किसी को पैसे देने पड़े थे. उनमें से कई ने उत्तर दिया कि उनका चयन उनकी योग्यता के आधार पर किया गया है. उन्होंने यह भी जोर दिया कि उनकी सरकार का जोर भर्ती प्रक्रिया में ईमानदारी और पारदर्शिता पर है और योग्यता नौकरी पाने का मुख्य मानदंड है.
निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के नवचयनित 1438 जूनियर इंजीनियरों को नियुक्ति पत्र का वितरण... https://t.co/RNKmb4UlPt
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 12, 2020
धनतेरस के अवसर पर अपने नियुक्ति पत्रों को प्राप्त करने के लिए नए युवाओं को बधाई देते हुए उन्होंने कहा, "जो युवा आज रोजगार प्राप्त कर रहे हैं वे सक्षम हैं और राज्य को उनकी क्षमताओं का लाभ मिलेगा." मुख्यमंत्री ने उन्हें अपनी सेवा अवधि के दौरान देश और समाज की प्रगति के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए कहा. उन्होंने पिछले तीन वर्षों में सिंचाई और जल संसाधन विभाग के काम की भी प्रशंसा की और कहा कि यह अनुकरणीय था.
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