CBSE Textbook Controversy: सोशल मीडिया पर उस समय विवाद शुरू हो गया जब एक ट्विटर हैंडल ने CBSE कक्षा 10 की फ्रेंच टेक्स्टबुक के कवर पेज को पोस्ट किया, जिसमें जम्मू और कश्मीर को भारत के नक्शे में नहीं दिखाया गया है. ट्विटर हैंडल 'लीगल राइट्स ऑब्जर्वेटरी- एलआरओ' या @LegalLro जो कि एक NGO होने का दावा करता है जिसके 47,000 से अधिक फॉलोवर हैं, कहा है कि टेक्स्टबुक के कवर पेज पर जो भारत का नक्शा बना है उसमें जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है.
ट्वीट में कहा गया, ''@cbseindia29 क्या यह सच है? क्या आप जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग नहीं मानते? या आपके पास अभी भी वामपंथी गिरोह है जो स्कूल बुक सेक्शन पर कड़ा नियंत्रण रखता है? आप नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं- बच्चों में जेंडर कन्फ्यूजन से लेकर जेके अलगाववाद तक! अद्भुत.'' ट्वीट में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और गृह मंत्री अमित शाह को टैग किया गया है.
Hey @cbseindia29 is this true? Don't U recognize Jammu n Kashmir as integral part of India? Or you still have leftist gang holding tight control over school book section?
— Legal Rights Observatory- LRO (@LegalLro) August 1, 2022
U r touching new heights- from Gender Confusion in kids to JK Separatism! Amazing @dpradhanbjp
cc @AmitShah pic.twitter.com/fDcIR9fV7I
पाठ्यपुस्तक विवाद के बारे में पूछे जाने पर CBSE के एक अधिकारी ने बोर्ड की टीम की ओर से स्पष्ट किया कि कवर फ्रेंच पाठ्यपुस्तक के पुराने संस्करण का था. उन्होंने कहा, “कक्षा 10वीं की फ्रेंच पाठ्यपुस्तक का कवर पेज, जिसपर अनजाने में एक गलत नक्शा बना हुआ है, पाठ्यपुस्तक के 2014 के पहले संस्करण का है. संशोधित संस्करण CBSE की वेबसाइट पर उपलब्ध है."