Vinay Pathak Case: गायब हुए कानपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति विनय पाठक रविवार शाम वापस कैंपस लौट आए. STF की जांच शुरू होने के ठीक बाद, वह जिस तरह अचानक गायब हुए थे, उसी तरह अचानक वापस यूनिवर्सिटी लौट आए हैं. अपने ऊपर केस दर्ज होने के बाद से ही कुलपति विनय पाठक गायब थे.
क्या है मामला
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU), कानपुर के कुलपति विनय पाठक पर आगरा विश्वविद्यालय में परीक्षा कराने वाली एक निजी कंपनी के बिलों के भुगतान के लिए पैसे लेने का आरोप था. इसे लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने विनय पाठक के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. इसके बाद यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने पाठक के चार साथियों को गिरफ्तार भी किया था.
लखनऊ के इंदिरा नगर थाने में मामला दर्ज होने के बाद SIT की टीम गठित करी गई थी, जिसने 50 से ज्यादा पन्नों की रिपोर्ट तैयार की थी. बीते दिनों उनका वेतन भी जारी किया गया था जिसके बाद विपक्ष ने इस मुद्दे को उठाकर वेतन जारी होने पर भी कड़ा विरोध किया था.
STF ने शुरू की जांच
यूनिवर्सिटी का कहना था की उन्होंने मेडिकल लीव ले रखी है जिसकी वजह से वह नहीं आ रहे हैं. ऐसे में उनके वेतन के लिए राजभवन से संस्तुति की गई थी. STF की जांच के बाद सीबीआई द्वारा केस दर्ज कर इस पूरे मामले में जांच शुरू की गई है.
कयास लगाए जा रहे थे कि राजभवन द्वारा विनय पाठक को हटाकर किसी और कुलपति को अपॉइंट किया जाएगा लेकिन यूनिवर्सिटी में एग्जाम शुरू होने वाले हैं और ऐसे में एक बार फिर से विनय पाठक ने वापस लौट इन सभी कयासों पर विराम लगा दिया.
अभी साधे हैं चुप्पी
मीडिया ने जब कुलपति विनय पाठक से बात करनी चाही तो उनकी सिक्योरिटी ने उनकी खराब तबीयत का हवाला देते हुए अंदर जाने से मना कर दिया. विनय पाठक वापस विश्वविद्यालय पहुंच गए हैं लेकिन अभी भी चुप्पी साधे हुए हैं.