CUET UG 2022: छात्रों को यूनिवर्सिटी में दाखिले की मारामारी और कट ऑफ के प्रेशर से बचाने के लिए नेशनल एजुकेशनल पॉलिसी ने सीयूईटी परीक्षा का प्रावधान किया था. पहली बार सीयूईटी यानी कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट देशभर में कराया जा रहा है. ये परीक्षा इतनी बड़ी है कि इसमें लाखों छात्र हिस्सा ले रहे है. लेकिन सहूलियत के लिए शुरू की गई ये परीक्षा बड़ी संख्या में छात्रों को लास्ट मूमेंट तक संशय में रखे हुए है.
डीयू एक्जीक्यूटिव काउंसिल के पूर्व मेंबर डॉ राजेश झा कहते हैं कि सीयूईटी लगता नहीं कि बहुत सोच समझकर लाई गई योजना है. इसे बहुत विचार विमर्श करके नहीं लाया गया है. बस इसे जल्दबाजी में लागूूकर दिया गया है. उदाहरण देते हुए कहते हैं कि जैसा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति ने कल मीडिया को दिए बयान में कहा कि अगर दो स्टूडेंट्स के सीयूईटी स्कोर सेम होते हैं तो सीट अलॉटमेंट के लिए उनकी टाईब्रेकिंग 12वीं के नंबरों के आधार पर होगी. यानी सीट का प्रेफरेंस उसे मिलेगा जिसके बारहवीं में ज्यादा पर्सेंटेज है. जाहिर है यहीं से साफ होता है कि सीयूईटी एग्जाम कट ऑफ के प्रेशर से बचने के जिस उद्देश्य की बात करता है, वो ही उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है.
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इसे धीरे धीरे करना था लागू
दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो दिनेश सिंह का कहना है कि तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं की तरह छात्रों के सामने एक और परीक्षा आई है. अब आगे ये देखना होगा कि इस परीक्षा का आगे क्या फायदा मिलता है, बस इसका हाल भी छात्रों के लिए जेईई और नीट जैसा न हो.
असम के स्टूडेंट एक्टिविस्ट हिमांशु बोरा कहते हैं कि बड़ी संख्या में छात्र इस परीक्षा को लेकर कनफ्यूज और परेशान हैं. ऐसा लगता है जैसे सरकार ने इस परीक्षा को काफी हड़बड़ी में शुरू किया है. कोरोना महामारी के बाद जिस तरह शिक्षा जगत में बदलाव हुए थे, उस दौरान अचानक से यह बदलाव लाने से अच्छा होता, इसे धीरे धीरे लागू किया जाता. पहले कुछ यूनिवर्सिटी में इसे लागू करके फिर इसे बाकी यूनिवर्सिटीज के लिए भी लागू किया जाता.
छात्रों की ये 5 बड़ी दिक्कतें
सिलेबस: CUET पाठ्यक्रम में 11वीं और 12वीं कक्षा के वर्तमान एनसीईआरटी सिलेबस के अलावा "एक्स्ट्रा" एलिमेंट भी होंगे यानी कि पिछले दो वर्षों से COVID के कारण घटाया गया सिलेबस भी शामिल होगा. जिसे तमाम परीक्षाओं की तैयारी के दबाव और कम समय मिलने के कारण तैयार करना छात्रों पर दबाव डाल रहा है.
एग्जाम सेंटर: जब से CUET UG 2022 के एडमिट कार्ड जारी किए गए हैं, तैयारी के समय और अपने परीक्षा केंद्रों के बारे में जानकारी की कमी के कारण छात्रों में घबराहट लगातार बढ़ रही है. CUET पहली बार 15 जुलाई से 20 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा और सोमवार को शहर की इंटिमेशन स्लिप जारी की गई थी. सीयूईटी एग्जाम सेंटर के बारे में छात्र कह रहे हैं कि उन्हें दूसरे फेज के एग्जाम से ठीक पहले एग्जाम सेंटर की जानकारी मिलेगी, ऐसे में कई छात्रों को वहां जाने में भी दिक्कतें आ सकती हैं.
शहर की इंटिमेशन स्लिप के साथ मुख्य मुद्दा यह है कि उन्होंने केवल शहर के नाम का उल्लेख किया है, न कि सटीक परीक्षा केंद्र के स्थान का. एक छात्र ने कहा कि वेबसाइट पर लिखा है कि बड़ी संख्या में छात्र होने की स्थिति में परीक्षा शहर भी बदला जा सकता है, इसे लेकर काफी अनिश्चितता है.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के अधिकारियों ने कहा कि यह चिंता का विषय नहीं होना चाहिए. एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को को बताया कि सभी उम्मीदवारों को परीक्षा की तारीख और परीक्षा के शहर के साथ परीक्षा शहर के लिए अग्रिम सूचना इंटिमेशन स्लिप्स जारी की जा रही हैं. हालांकि फर्स्ट फेज वालों को एग्जाम सेंटर की जानकारी दी गई है.
डेटशीट की समस्या
कुछ छात्र CUET डेटशीट से भी नाखुश हैं क्योंकि उनके नीट या जेईई आदि पेपर उसी दिन या परीक्षा के पहले कुछ दिनों में हो रहे हैं. छात्रों को लगता है कि यह दूसरों के लिए एक "अनुचित" लाभ है, जिन्हें परीक्षा पैटर्न के आधार पर सटीक तैयारी के लिए और अधिक समय मिलेगा.
यूनीक कॉम्बीनेशन मेथड
CUET एक अखिल भारतीय केंद्रीकृत सामान्य प्रवेश परीक्षा है जिसका उपयोग दिल्ली विश्वविद्यालय सहित देश भर के 90 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में UG और PG प्रवेश के लिए किया जा रहा है. बड़ी संख्या में विषयों और 54000 से अधिक संभावित संयोजनों के कारण, प्रत्येक CUET उम्मीदवार के लिए एक यूनीक डेट-शीट बनाई गई है.
चूंकि यह पहली बार है जब CUET आयोजित किया जाएगा, यह छात्रों और उनके माता-पिता के लिए भी समस्या है, उन्हें ये मेथड "काफी भ्रमित" और "जटिल" लग रहा है.
अभिभावक ज्योति ने इंडिया टुडे से कहा कि यह काफी भ्रमित करने वाला और उलझा हुआ है. हम शिक्षित वर्ग में हैं और हमारे बच्चे मार्गदर्शन के लिए हमारी ओर देखते थे. अब, हमें परीक्षा के बारे में कोई जानकारी नहीं है. हम समान रूप से अनजान हैं.
कनफ्यूजन: परीक्षा में पूछा क्या जाएगा?
CUET पाठ्यक्रम में कक्षा 11 और 12 में पूछे गए प्रश्नों के अलावा कुछ "एक्स्ट्रा" एलिमेंट होंगे. छात्रा राम्या शुक्ला के लिए ये एक्स्ट्रा प्रेशर भी है. राम्या कहती हैं कि मैंने कोई कोचिंग नहीं ली है. मैं सिर्फ हिट-एंड-रन पद्धति अपना रही हूं यानी अपने आपसे तैयारी कर रही हूं. मुझे नहीं पता कि परीक्षा में कौन से प्रश्न आएंगे. केवल राहत की बात यह है कि मेरी परीक्षा अगस्त में है। लेकिन मुझे अपने दोस्तों के लिए बुरा लगता है, जिनमें से कई की पहले कुछ दिनों में परीक्षा है. वहीं कई छात्र इस बात को लेकर भी निराश हैं कि दूसरे फेज वालों को एग्जाम का डिफिकल्टी लेवल और डेप्थ उनसे ज्यादा पता होगा.