CUET UG 2024 परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं, इस साल अधिकतर कैंडिडेट्स ने अच्छा स्कोर किया है, जिसमें से एक हैं रोहांश महाजन. रोहांश ने इंग्लिश, इकोनॉमिक्स, बिजनेस इकोनॉमिक्स, बिजनेस रिसर्च, अकाउंट्स और बुक कीपिंग में 200 में से 200 अंक हासिल किए हैं. सिर्फ सीयूईटी में ही नहीं, रोहांश हमेशा से टॉपर रहे हैं.
शुरुआत से ही टॉपर हैं रोहांश
रोहांश महाजन दिल्ली के रहने वाले हैं. उनकी उम्र सिर्फ 18 साल है. CUET परीक्षा के जरिये रोहांश को अच्छा कॉलेज मिले, इसके लिए उन्होंने बहुत मेहनत से पढ़ाई की और अपना रिजल्ट देखकर वह काफी खुश हैं. रोहांश ने दिल्ली के पीतमपुरा में स्थिति एपीजे स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी कर ली है. उन्होंने 10वीं कक्षा में भी 97.4 अंक हासिल किए थे, इसके बाद 12वीं में भी उनके 97 प्रतिशत मार्क्स आए थे.
DU से पढ़ना चाहते हैं रोहांश
रोहांश के माता-पिता डॉक्टर हैं, लेकिन उन्हें विज्ञान में कोई दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने कॉमर्स की पढ़ाई की है और उनका लक्ष्य डीयू के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) से इकोनॉमिक्स(ऑनर्स) करना है. इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि SRCC हाई क्वालिटी एजुकेशन देता है. एडमिशन के साथ-साथ मुझे कॉलेज की खेल सुविधाओं, त्यौहारों और पूर्व छात्र संघ के माध्यम से प्रदर्शन और डेवलेपमेंट के कई अवसर मिलेंगे. मैंने हिंदू कॉलेज, हंसराज कॉलेज और दिल्ली विश्वविद्यालय के तहत सेंट स्टीफंस कॉलेज में अर्थशास्त्र (ऑनर्स) के लिए भी अप्लाई किया है.
रोहांश ने बताया टॉपर बनने का मंत्र
रोहांश ने बताया कि एक साल पहले जुलाई 2023 के आसपास उन्होंने CUET UG की तैयारी शुरू की थी. उन्होंने कहा कि जल्दी शुरुआत करने से उन्हें अंग्रेजी, अर्थशास्त्र/व्यावसायिक अर्थशास्त्र, व्यावसायिक अध्ययन और अकाउंटेंसी/बुक कीपिंग में हाई स्कोर लाने में मदद मिली. मेरे कुछ बैचमेट्स जिन्होंने सोचा था कि CUET UG आसान होगा और इसलिए उन्होंने बोर्ड परीक्षाओं के बाद तैयारी शुरू कर दी, अब वे उलझन में हैं कि वे प्राप्त अंकों के साथ कहां आवेदन करेंगे.
मुझे नहीं लगता कि बोर्ड परीक्षाओं के बाद हमारे पास ज्यादा कठिन पढ़ाई करने के लिए समय बचा है. रोहांश ने कहा कि छात्र पहले बोर्ड परीक्षा में अच्छे नंबर नहीं ला पाते थे इसलिए उन्हें अपने मन का कॉलेज नहीं मिलता था और हर बोर्ड के प्रश्न पत्र अलग होते थे. जिससे सिर्फ टॉप स्टूडेंट्स ही अच्छे कॉलेज में जा पाते थे. लेकिन सीयूईटी के बाद रिजेक्स होने का डर खत्म हो गया है.