दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने मंगलवार को अपना बजट पेश किया. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने सदन में ई-बजट पेश किया, जिसकी थीम देशभक्ति रही. दिल्ली में इस साल के लिए 69 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया.
बजट पेश करते हुए शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि 5651 स्कूल दिल्ली में हैं. नीति आयोग ने माना कि दिल्ली के सरकारी स्कूल नम्बर एक हैं. यहां 16 लाख बच्चे हैप्पीनेस क्लास से अपनी क्लासेज की शुरुआत करते हैं. इंटरनेशनल सेल की स्थापना हम इसमें कर रहे हैं. एंटरप्रेन्योरशिप करिकुलम के तहत 2 हज़ार रुपए प्रति बच्चे seed money दी जाएगी.
इसके अलावा दिल्ली में यूथ फॉर एजुकेशन के नाम से प्रोग्राम शुरू किया जाएगा, इसके जरिए पढ़े लिखे नागरिक कम सुविधा वाले बच्चों को तैयार कर पाएंगे. दिल्ली में नया सैनिक स्कूल बनाया जाएगा और एक आर्म्ड फोर्स प्री-पेयरिंग अकादमी बनाई जाएगी. शहीदों के परिवारजनों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद की स्कीम जारी रहेगी.
शिक्षा क्षेत्र के लिए केजरीवाल सरकार ये भी करेगी
- दिल्ली के 11-12वीं के बच्चों को बिजनेस आइडिया के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जिसका आइडिया अच्छा होगा उसे 2000 रुपये देकर प्लान तैयार करने को कहा जाएगा. विजेताओं का सम्मान होगा और प्रदर्शनी भी लगेगी.
- दिल्ली में नर्सरी से आठवीं तक नया कोर्स आएगा, दिल्ली का अपना बोर्ड बनाया जाएगा. प्राइमरी से ही बच्चों को रटने की बजाय उसे बदलकर बच्चों को समझाने पर फोकस किया जाएगा.
- दिल्ली में करीब सौ स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा. जिसमें नौवीं से बारहवीं क्लास तक के स्कूल शामिल किए जाएंगे.
- दिल्ली में बच्चों को इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स कराया जाएगा, ताकि उन्हें नौकरी के लिए तैयार किया जाए.
- दिल्ली सरकार ने शिक्षा क्षेत्र के लिए 16 हजार करोड़ से अधिक बजट पेश किया है.
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