scorecardresearch
 

हाईकोर्ट ने दी DUSU चुनाव का रिजल्ट घोषित करने की हरी झंडी, तय की ये तारीख

दिल्ली उच्च न्यायालय ने डीयू को परिसर की सफाई व्यवस्था से संतुष्ट होने पर 26 नवंबर या उससे पहले छात्र चुनावों की मतगणना शुरू करने की अनुमति दे दी है. बता दें कि 27 सितंबर 2024 को वोटिंग प्रक्रिया समाप्त हो गई थी लेकिन MCD ने हाईकोर्ट में कहा कि शहर की दीवारों से पोस्टर और पेंट हटाने के लिए उनके लाखों रुपए खर्च करने होंगे. इसके बाद हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि प्रत्याशी खुद ही शहर की साफ-सफाई कराए.

Advertisement
X
Delhi University Election Vote counting
Delhi University Election Vote counting

दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली विश्वविद्यालय को हाल ही में हुए डीयूएसयू चुनावों के लिए 26 नवंबर या उससे पहले मतगणना की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है. मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई वाली पीठ ने कहा कि यह तभी आगे बढ़ सकता है जब विश्वविद्यालय इस बात से संतुष्ट हो जाए कि चुनाव अभियान के दौरान जिन सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया था, उन्हें एक सप्ताह के भीतर साफ कर दिया गया है और उनका रंग-रोगन कर दिया गया है.

Advertisement

इसके अलावा, अदालत ने दिल्ली विश्वविद्यालय और संबंधित छात्रों को 10 दिनों के भीतर उच्च न्यायालय की रजिस्ट्री में एक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया, जिसमें पुष्टि की गई हो कि अदालत के निर्देशों के अनुसार संपत्तियों को बहाल कर दिया गया है. यह निर्णय प्रशांत मनचंदा द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के बाद आया, जिन्होंने चुनाव अवधि के दौरान संपत्तियों के नुकसान के बारे में चिंता जताई थी.

हाईकोर्ट ने सभी उम्मीदवारों को निर्देश दिया था कि खराब की गई सार्वजनिक संपत्तियों की सफाई करें. कोर्ट ने उम्मीदवारों को निर्देश दिया था कि वे न केवल कॉलेज और यूनिवर्सिटी कैंपस की ही सफाई करें बल्कि शहर में उन स्थानों की भी सफाई कराएं जहां गंदगी फैलाई गई है. कोर्ट ने सभी उम्मीदवारों को निर्देश दिया था कि वे इस बात का हलफनामा दाखिल करें कि उन्होंने सार्वजनिक संपत्तियों की सफाई कर दी है. उम्मीदवार सफाई संबंधी फोटो भी कोर्ट में दाखिल करें.

Advertisement

MCD ने कही थी ये बात

हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान MCD ने कोर्ट को बताया था कि शहर की दीवारों से पोस्टर और पेंट हटाने के लिए उसे लाखों रुपए खर्च करने होंगे. जबकि अदालत का कहना था कि दीवारों को गंदा करने वाले प्रत्याशी ही सफाई का खर्च उठाएं. हालांकि विश्वविद्यालय कैंपस में अधिकतर जगहों से पोस्टर और रंगी दीवारें साफ की गई थी लेकिन अभी भी कई जगह प्रचार के रंग रोगन और पोस्टर बैनर लगे होने की बात कही गई थी.

इस बार 35.21% रहा वोट प्रतिशत

दरअसल डूसू चुनाव के मतदान 27 सितंबर को हुए थे. इस बार नए अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव का चुनाव करने के लिए दोनों शिफ्टों को मिलाकर कुल वोट प्रतिशत 35.21% रहा. कुल 1 लाख 46 हजार वोटरों में से सिर्फ 51 हजार 400 ने ही वोट डाला है. वोटिंग दो शिफ्टों में हुई थी. मॉर्निंग शिफ्ट में 1 लाख 23 हजार 500 छात्रों में से 44 हजार 300 ने वोट डाले. मॉर्निंग शिफ्ट में वोटिंग प्रतिशत 34.46% रहा. दूसरी ओर, इवनिंग शिफ्ट में 17,386 छात्रों में से केवल 7,087 ने वोट किए, जो कि 40.76% रहा. नतीजे 28 सितंबर को जारी होने थे.   

Live TV

Advertisement
Advertisement