Delhi School: दिल्ली सरकार स्कूलों के बंद होने, कोरोना महामारी और एजुकेशन के ऑनलाइन होने से छात्रों के मेंटल हेल्थ पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करने के लिए जल्द ही एक स्टडी करेगी. दिल्ली में मार्च 2020 में लॉकडाउन के बाद स्कूल बंद कर दिए गए थे जिन्हें इसी महीने खोल दिए गए है.
दिल्ली सरकार के प्लानिंग डिपार्टमेंट ने 18 फरवरी को एजेंसी को नियुक्त करने के लिए प्रस्ताव के लिए अनुरोध (RFQ) जारी किया है. यह ऐजेंसी सरकारी स्कूल के छात्रों, माता पिता और टीचर को कवर करने वाली स्टडी करेगी.
इस स्टडी को विभिन्न वर्गों, एज ग्रुप और आर्थिक पृष्ठभूमि के सभी प्रकार के छात्रों, लड़कों और लड़कियों के मेंटल हेल्थ का आकलन करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो इस बात की जानकारी प्रदान करेगा कि कि विभिन्न बैकग्राउंड वाले छात्रों ने कोरोना के प्रभाव को कैसे हैंडल किया.
2020-21 के दौरान दिल्ली के स्कूलों में 44.80 लाख इनरोल हुए थे. इसमें से दिल्ली के 28 जोन के स्कूलों के कुल 8,400 छात्रों, 1,680 अभिभावकों और 1,680 शिक्षकों का सर्वे किया जाएगा. छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों का सैंपल डेटा सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा.
यह स्टडी दिल्ली के सभी 28 एजुकेशन जोन से पर्सनल इंटरव्यू के माध्यम से कक्षा I से XII के छात्रों के साथ-साथ माता-पिता और शिक्षकों के लिए आयोजित किया जाएगा. शिक्षा निदेशालय द्वारा प्लानिंग डिपार्टमेंट के परामर्श से छात्रों के प्रत्येक ग्रुप के लिए अलग-अलग क्वेश्चनायर तैयार किए गए हैं. डिजिटल रूप से एकत्र किए गए डेटा को कंपाइल और एनालाइज किया जाएगा और 17 मई तक एक ड्राफ्ट रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत की जाएगी. दस्तावेज के अनुसार स्टडी की फाइनल रिपोर्ट 27 मई तक प्रस्तुत की जाएगी.