दिल्ली में एक बार फिर वायु प्रदूषण खतरे के निशान से काफी ऊपर है, एयर क्वालिटी इंडेक्स (AIQ) लेवल लगभग 400 है. दिल्ली सरकार ने किसी भी कंस्ट्रक्शन पर रोक लगा दी है. धूल प्रदूषण को कम करने के लिए पिछले एक सप्ताह से 150 मोबाइल एंटी स्मॉग गन वाली गाड़ियां चलाई जा रही हैं. इसके अलावा दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से निजात पाने के लिए ग्रीन वॉर रूम, ग्रीन दिल्ली एप, एंटी डस्ट कैंपेन, वाटर स्प्रिंकलर समेत कई कैंपने शुरू किए हैं. वहीं प्रदूषण को बढ़ता देख राज्य के स्कूलों को बंद करने की मांग की जा रही है.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल बंद करने की मांग की है. एनसीपीसीआर अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को लेकर लिखकर एयर क्वालिटी इंप्रूव होने तक स्कूल बंद करने की मांग की है.
NCPCR Chairperson Priyank Kanoongo sends notice to Delhi government over poor ' Air Quality' in & around the National Capital.
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) November 2, 2022
' It seems that the government of NCT of Delhi has failed to take any preventive measures in this regard', the letter reads.@KanoongoPriyank pic.twitter.com/3RGeUqw64u
एनसीपीसीआर ने साथ ही वायु प्रदूषण के चलते सरकार से बच्चों की सुरक्षा के लिए किए गए उपायों के बारे में जवाब मांगा है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'दिल्ली में प्रदूषण के ख़तरनाक स्तर के कारण स्कूली बच्चों की सुरक्षा चिंता का विषय है, अभी तक दिल्ली की राज्य सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है. बच्चे स्कूल आने जाने में, खेल के मैदानों में जहरीली हवा के प्रकोप में हैं. ये लापरवाही ग़लत है, इस पर @NCPCR_नोटिस जारी कर रहा है.'
बता दें कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता मंगलवार को भी 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी रही क्योंकि शहर का ऑवर ऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 359 था. वहीं नोएडा में 444 का एक्यूआई दर्ज किया गया है. SAFAR-India द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, वायु प्रदूषण 'बहुत खराब' से 'गंभीर' की कैटेगरी में जा रहा है. हालांकि गुरुग्राम का एक्यूआई 391 पर रहा और 'बहुत खराब' कैटेगरी में है.
दिल्ली में प्रदूषण के ख़तरनाक स्तर के कारण स्कूली बच्चों की सुरक्षा चिंता का विषय है,अभी तक दिल्ली की राज्य सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है।
— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) November 2, 2022
बच्चे स्कूल आने जाने में,खेल के मैदानों में ज़हरीली हवा के प्रकोप में हैं।
ये लापरवाही ग़लत है,इस पर @NCPCR_ नोटिस जारी कर रहा है।
प्रियंक कानूनगो ने ने चीफ सेक्रेटरी को लिखे लेटर में पूछा है कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली के स्कूलों में कितने स्मॉग टावर लगाए गए हैं. कानूनगो ने कहा कि अगर आप कुछ नहीं कर सकते हैं, तो कम से कम बच्चों के स्कूल बंद कर दिए जाएं. ताकि प्रदूषण का असर बच्चों पर कम से कम पड़े. प्रियंक कानूनगो ने कहा कि इसके साथ ही अन्य राज्यों में भी बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर पर हम नजर बनाए हुए हैं. जरूरी पड़ी तो वहां पर भी नोटिस जारी किए जाएंगे. फिलहाल राज्य सरकार ने स्कूल बंद करने को लेकर कोई अपडेट नहीं दिया है.