Madarsa Board Exam: उत्तर प्रदेश में यूपी बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षा को भी नकल विहीन कराने के लिए सरकार दृढ़ संकल्पित है. लिहाजा CCTV कैमरे की निगरानी में परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं. लखनऊ से वेबकास्टिंग के जरिये निगरानी रखी जा रही है. मगर इस कड़ाई और सख्ती के चलते लगातार छात्र-छात्राएं परीक्षाएं छोड़ रहे हैं.
देवरिया जनपद में परीक्षा के दूसरे दिन एक्जाम छोड़ने वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि हुई है. जनपद में सेकेंडरी, फाजिल व आलिम के लिए 4574 परीक्षार्थी एनरोल्ड थे जिसमें से 1461 बच्चे अनुपस्थित हो चुके हैं. यह आंकड़ा परीक्षा के दूसरे दिन तक का है. यह संख्या आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है.
जिले में 15 परीक्षा केंद्र बनाए गए है जहां स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. इसके अलावा जोनल मजिस्ट्रेट सचल दस्ता भी लगा है. जब मदरसे के प्रधानाचार्य से छात्रों के परीक्षा छोड़ने का कारण पूछा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि इस बार परीक्षा में काफी सख्ती है. इस बार cctv की निगरानी में परीक्षा हो रही है, लिहाजा गड़बड़ी का कहीं से कोई अंदेशा नही है. यही वजह है कि बच्चे अनुपस्थित हो रहे हैं.
मदरसा इस्लामिया महुआरी पथरदेवा के प्रिंसिपल अमारूद्दीन सिद्धकी ने बताया की उनके यहां भी बच्चे अनुपस्थित हो रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि परीक्षा सीसीटीवी कैमरे में हो रही है. किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं है. वहीं मदरसा गौसिया अनवारूल उलूम मलसी के प्रिंसिपल सादिक ने बताया कि परीक्षा में कड़ाई है, इसलिए बच्चे एग्जाम देना नहीं चाहते हैं. माहौल टाइट है इसलिए बच्चे परीक्षा छोड़ रहे हैं. उनके मदरसे में भी 26 बच्चे परीक्षा में अनुपस्थित हो चुके हैं.
देवरिया DM जे पी सिंह ने भी मदरसा परीक्षा के पहले दिन रामपुर कारखाना के जनता इंटर कॉलेज सेंटर पर निरीक्षण किया तो 50 फीसदी बच्चे अनुपस्थित होने पर उन्हें आश्चर्य और निराशा दोनों हुए. हालांकि, उन्होंने कहा कि मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं भी पारदर्शी और नकल विहीन हो और निष्पक्ष रुप से संपन्न हो यही शासन व प्रशासन की मंशा है.