DUSU Election 2024: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के चुनाव में शुक्रवार को विश्वविद्यालय के नॉर्थ और साउथ कैंपस में 1.46 हजार स्टूडेंट्स में से से के केवल 51,400 स्टूडेंट्स वोट डालने पहुंचे थे. वोटिंग दो शिफ्टों में हुई थी. मॉर्निंग शिफ्ट में 1 लाख 23 हजार 5 सौ छात्रों में से 44 हजार 3 सौ ने वोट डाले. दूसरी ओर, इवनिंग शिफ्ट में 17,386 छात्रों में से केवल 7,087 ने वोट किया.
वोटिंग परसेंटेज
मॉर्निंग शिफ्ट में वोटिंग प्रतिशत 34.46% रहा.
इवनिंग शिफ्ट में वोटिंग प्रतिशत 40.76% रहा.
दोनों शिफ्टों को मिलाकर कुल वोट प्रतिशत 35.21% रहा.
पिछली बार से इतना कम रहा वोट परसेंटेज
इस साल का वोटिंग प्रतिशत पिछले साल की तुलना में लगभग 7% कम रहा है. पिछले साल 42% वोट डाले गए थे. पिछले कुछ सालों के ट्रेंड की बात करें तो डूसू चुनाव में वोटिंग प्रतिशत 40 से 45% के बीच रहता था. इस बार औसतन 5 से 10% की कमी दर्ज की गई है.
नॉर्थ कैंपस के कॉलेजों में मतदान प्रतिशत कम
इस बार नॉर्थ कैंपस के कॉलेजों में मतदान प्रतिशत कम होने का अनुमान है. वहीं साउथ कैंपस के कॉलेजों में चुनाव को लेकर छात्रों में उत्साह कई गुना ज्यादा देखने को मिला है. वहां मतदान केंद्रों में लगी लंबी लाइनों को देखकर वोटिंंग पर्सेंटेज ज्यादा होने की उम्मीद जताई जा रही है.
दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव का दूसरा चरण यानी मतदान की प्रक्रिया 27 सितंबर को पूरी हो गई. लेकिन हाईकोर्ट के निर्देशों को देखते हुए अभी डूसू का रिजल्ट 28 सितंबर को जारी नहीं किया जाएगा. अनुमान लगाया जा रहा है कि हाईकोर्ट की अगली तारीख 21 अक्टूबर को है, कोर्ट के आदेश के बाद ही डूसू का रिजल्ट जारी किया जाएगा.
मतदान के दौरान नॉर्थ कैंपस में उम्मीदवार और इलेक्शन इंचार्ज प्रोफेसर के साथ हाथापाई का मामला सामने आया है. आरोप है कि वोटिंग के दौरान NSUI के एक उम्मीदवार ने प्रोफेसर के साथ हाथापाई की घटना भी सामने आई थी.
बताया जा रहा है कि संयुक्त सचिव पद पर प्रत्याशी NSUI कैंडिटेंस बैलेट रूम में पहुंचा तो सभी बैलेट बंद थे और काफी देर तक वोटिंग शुरू नहीं हुई थी. इसे लेकर कैंडिडेट और प्रशासन के बीच काफी कहासुनी हो गई. इसके बाद प्रोफेसर के साथ हाथापाई की घटना हुई.
हाथापाई से पहले का वीडियो
NSUI अध्यक्ष वरुण चौधरी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर एक वीडियो शेयर किया है. यह वीडियो उसी बूथ का है जहां कैंडिडेट और प्रोफेसर के बीच हाथापाई की घटना हुई है. इस वीडियो में NSUI कैंडिडेट लोकेश चौधरी जब बैलेट रूम में पहुंचे तो वोटिंग शुरू नहीं हुई थी. उन्होंने बूथ इंचार्ज के बारे में पता करने की कोशिश की, लेकिन काफी देर तक कोई नहीं आया. बाद में हंगामे के बाद वोटिंग शुरू हुई.
सख्त निर्देश के बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने डूसू चुनाव की वोटिंग की मंजूरी तो दे दी है, लेकिन वोटों की गिनती और रिजल्ट जारी करने पर रोक लगा दी है. कोर्ट ने कहा कि जब तक सार्वजनिक संपत्तियों पर उम्मीदवारों के लगाए पोस्टर और होर्डिंग नहीं हटाये जाते, तब तक चुनाव परिणाम की घोषणा नहीं होगी.
दिल्ली विश्ववविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. दिल्ली छात्रसंघ चुनाव के निमित्त डीयू में मताधिकार का प्रयोग करने वाले सभी छात्रों को एबीवीपी ने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र के पहली सीढ़ी में अपनी भागीदारी से बेहतर भविष्य चुनने की राह दिखाने वाले छात्रों को शुक्रिया कहा है. एनएसयूआई ने भी मतदाता छात्रों को शुक्रिया कहा है.
दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव का दूसरा चरण यानी मतदान की प्रक्रिया आज शुक्रवार 27 सितंबर को पूरी हो गई. लेकिन हाईकोर्ट के निर्देशों को देखते हुए अभी डूसू का रिजल्ट कल यानी 28 सितंबर को जारी नहीं किया जाएगा. अनुमान लगाया जा रहा है कि हाईकोर्ट की अगली तारीख 21 अक्टूबर को है, कोर्ट के आदेश के बाद ही डूसू का रिजल्ट जारी किया जाएगा. गौरतलब है कि डूसू चुनाव के प्रचार में हुए अनाप शनाप खर्च को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने सख्त रुख दिखाया था.
डीयू के राजधानी कॉलेज में कुल 3056 में से 1232 वोट डाले गए. वहीं सत्यवती कॉलेज में कुल 3272 छात्रों में से 1258 छात्रों ने मतदान किया.इसके अलावा दयाल सिंह इवनिंग कॉलेज में 1920 में से 557 मत डाले गए.
दिल्ली यूनिवर्सिटी में शाम 5:45 तक कुल 1,45,893 वोट डाले गए. ये आंकड़ा 52 पोलिंग बूथ पर लगीं EVM से मिला है.
इस बार नॉर्थ कैंपस के कॉलेजों में मतदान प्रतिशत कम होने का अनुमान है. वहीं साउथ कैंपस के कॉलेजों में चुनाव को लेकर छात्रों में उत्साह कई गुना ज्यादा देखने को मिला है. वहां मतदान केंद्रों में लगी लंबी लाइनों को देखकर वोटिंंग पर्सेंटेज ज्यादा होने की उम्मीद जताई जा रही है. आधिकारिक आंकड़ें शाम तक जारी होंगे.
DUSU पहले फेज की वोटिंंग खत्म हो गई है. इसका टाइमिंंग 12.30 बजे तक था. हाइकोर्ट के तमाम दिशा निर्देशों के बाद इस साल छात्र संघ चुनाव के रंगों में फीकापन देखने को मिल रहा है. इस साल बहुत ही शांतिप्रिय ढंग से मतदान हो रहे हैं.
बताया जा रहा है कि संयुक्त सचिव पद पर प्रत्याशी NSUI कैंडिडेट लोकेश चौधरी बैलेट रूम में पहुंचे तो सभी बैलेट बंद थे और काफी देर तक वोटिंग शुरू नहीं हुई थी. इसे लेकर कैंडिडेट और प्रशासन के बीच काफी कहासुनी हो गई. इसके बाद प्रोफेसर के साथ हाथापाई की घटना हुई.
डूसू इलेक्शन के दौरान NSUI कैंडिडेट और यूनिवर्सिटी प्रशासन के बीच तीखी बहस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल पोस्ट के अनुसार, संयुक्त सचिव पद पर प्रत्याशी NSUI कैंडिटेंस बैलेट रूम में पहुंचा तो सभी बैलेट बंद थे और काफी देर तक वोटिंग शुरू नहीं हुई थी. इसे लेकर कैंडिडेट और प्रशासन के बीच काफी कहासुनी हो गई.
दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन 2024 की पहली शिफ्ट की वोटिंग कुछ ही देर में (1 बजे) बंद होने वाली है. इसके बाद 3 बजे से शाम 7:30 बजे तक इवनिंग शिफ्ट की वोटिंग शुरू होगी. पहली शिफ्ट के दौरान नॉर्थ कैंपस के एक कॉलेज में इलेक्शन इंचार्ज प्रोफेसर से बदसलूकी का मामला सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार, NSUI के एक उम्मीदवार ने प्रोफेसर के साथ हाथापाई की है.
डूसू चुनाव 2024-25 की वोटिंग जारी है. स्टूडेंट्स मतदान बूथ पर जाकर अपना वोट डाल रहे हैं. इस बीच एक कैंडिडेट का पोस्टर काफी वायरल हो रहा है. पोस्टर पर फिल्म एक्टर पंकज त्रिपाठी की तस्वीर है और कैंडिडेंट का नाम पंकज जादौन है. द लल्लनटॉप ने जब पंकज जादौन से इसके बारे बात की तो कैंडिडेट ने बताया कि वह सयुंक्त सचिव पद के लिए डूसू चुनाव लड़ रहा है, लेकिन इन पोस्टर्स को उसने नहीं छपवाया है. पंकज जादौन ने बताया कि हम गाइडलाइंस को फॉलो कर रहे हैं. पंकज त्रिपाठी के पोस्टर किसी दूसरे ने उसके लिए छपवाया है. पंकज ने कहा कि यह मैंने नहीं छपवाया, लेकिन इससे मुझे काफी फायदा हो रहा है, लोग मेरे बारे में बात कर रहे हैं, पूछ रहे हैं. हालांकि मैंने इस संबंध में एक एप्लीकेशन भी दी है. पंकज का कहना है कि दिल्ली हाईकोर्ट की सख्ती के बाद इन पोस्टर्स को हटाया जा रहा है, पूरी टीम इस पर काम कर रही है.
रामजस कॉलेज के बाहर पुलिस बल की तैनाती है. चेकिंग के बाद स्टूडेंट्स को कॉलेज के अंदर जाने दिया जा रहा है.
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के चुनाव आज हो रहे हैं. मिरांडा हाउस के बाहर की तस्वीर. मॉर्निंग शिफ्ट के मतदान सुबह 8.30 बजे से दोपहर 1 बजे तक होगा जबकि शाम की शिफ्ट के लिए मतदान दोपहर 3 बजे से शाम 7.30 बजे तक होगा.
कोर्ट ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से सवाल करते हुए कहा, 'डीयू स्टैंड लेने में विफल हो रहा था डीयू के अधिकारियों ने मानकों को गिरने क्यों दिया? आपने इसे रोकने के लिए कदम क्यों नहीं उठाए? आपको एक कड़ा संदेश भेजना होगा. यदि विश्वविद्यालय अपने छात्रों को अनुशासित नहीं करेगा तो कौन करेगा? आपके पास सारी शक्ति है. आप छात्र को निष्कासित कर सकते हैं या उन्हें अयोग्य घोषित कर सकते हैं यदि डीयू 21 उम्मीदवारों को नहीं संभाल सकता तो आप लाखों छात्रों को कैसे संभालेंगे?'
उम्मीदवारों को पोस्टर हटाने के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी को एमसीडी, डीएमआरसी द्वारा किए गए खर्च का भुगतान करने का भी निर्देश दिया गया है. दिल्ली यूनिवर्सिटी विश्वविद्यालय एमसीडी/डीएमआरसी के खर्चों का भुगतान करेगी और उम्मीदवारों से पैसा वसूल करेगी. दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा है कि यह उल्लंघनों से निपटने के लिए एक प्रणाली स्थापित करने में दिल्ली यूनिवर्सिटी की विफलता थी.
NSUI ने अध्यक्ष पद पर रौनक खत्री, उपाध्यक्ष पद पर यश नांनदल, सचिव पद पर नम्रता जेफ और संयुक्त सचिव पद के लिए लोकेश चौधरी को उतारा है.
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव (DUSU Election 2024) के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने अध्यक्ष पद के लिए ऋषभ चौधरी, उपाध्यक्ष पद के लिए भानु प्रताप सिंह, सचिव पद के लिए मित्रविंदा कर्णवाल और संयुक्त सचिव पद के लिए अमन कपासिया चुनाव लड़ रहे हैं.