DUSU Election Result 2024: दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (DUSU) इलेक्शन 2024-25 के नतीजे इस सप्ताह जारी होंगे या नहीं? इसका फैसला सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट की सुनवाई हो सकता है. दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र नेताओं और हजारों छात्रों को नए पैनल (अध्यक्ष पद, उपाध्यक्ष पद, सचिव और संयुक्त सचिव पद) के ऐलान का इंतजार है. वोट पाने के लिए इलेक्शन कैंपेन में लाखों रुपये 'फूंक' देने और सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान पर सख्ती दिखाते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने छात्र संघ चुनाव नतीजे पर रोक लगाई हुई है, जिस पर 21 अक्टूबर को अहम सुनवाई होनी है.
इस बार 35.21% रहा वोट प्रतिशत
दरअसल डूसू चुनाव के मतदान 27 सितंबर को हुए थे. इस बार नए अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव का चुनाव करने के लिए दोनों शिफ्टों को मिलाकर कुल वोट प्रतिशत 35.21% रहा. कुल 1 लाख 46 हजार वोटरों में से सिर्फ 51 हजार 400 ने ही वोट डाला है. वोटिंग दो शिफ्टों में हुई थी. मॉर्निंग शिफ्ट में 1 लाख 23 हजार 500 छात्रों में से 44 हजार 300 ने वोट डाले. मॉर्निंग शिफ्ट में वोटिंग प्रतिशत 34.46% रहा. दूसरी ओर, इवनिंग शिफ्ट में 17,386 छात्रों में से केवल 7,087 ने वोट किए, जो कि 40.76% रहा. नतीजे 28 सितंबर को जारी होने थे.
हाई कोर्ट ने दिया था 'गलती सुधारने' का मौका
नतीजे जारी होने से पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने बड़ा दखल देते हुए वोटों की गिनती और नतीजे घोषित करने पर रोक लगा दी थी. कोर्ट ने कहा था कि जब तक सार्वजनिक संपत्तियों पर लगे उम्मीदवारों के पोस्टर, बैनर, होर्डिंग्स आदि हटा नहीं लिए जाते. डूसू चुनाव में बड़ा दखल देते हुए हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस तुषार राव गेडेला की पीठ ने कहा था कि चुनाव प्रक्रिया जारी रह सकती है, लेकिन मतगणना तब तक नहीं होगी, जब तक अदालत इस बात से संतुष्ट नहीं हो जाती कि संपत्ति को खराब करने वाली चीजें हटा दी गई है.
आजतक की ग्राउंड रिपोर्ट में खुली दावों की पोल
कोर्ट की सख्ती के बाद छात्र नेताओं ने सफाई अभियान चलाया. कॉलेजों में घूम-घूमकर सफाई कराई और खुद भी सफाई की. छात्र नेताओं का कहना है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी पूरी तरह क्लीन हो चुकी है. हालांकि कुछ दिन पहले जब आजतक की टीम ग्राउंड पर पहुंची तो तस्वीर उतनी भी 'क्लीन' नहीं थी. नॉर्थ दिल्ली के करोड़ीमल कॉलेज से होते हुए सेंटस्टीफेन कॉलेज के आसपास पहुंची टीम ने सड़कों के बीचोंबीच डिवाइडर पर कैंडिडेट्स के पोस्टर्स और पंपलेट लगे देखे. पोस्टर्स में दोनों छात्र संगठन चाहे NSUI हो या फिर ABVP के उम्मीदवारों के नाम के हैं.
कुछ ही तस्वीर डीयू के साउथ कैंपस में नजर आई, जहां अंडरपास से लेकर स्ट्रीट लाइट के पोल तक पर भी कैंडिडेट्स के पोस्टर लगे नजर आए. अब देखना होगा कि 21 अक्टूबर को कोर्ट का क्या रुख होगा. हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि कोर्ट डूसू चुनाव के नतीजे जारी करने का आदेश दे सकता है.