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कोटा में बड़ा हादसा: 75 कमरे वाले हॉस्टल में लगी आग, कई छात्र जख्मी, एक ने 4th फ्लोर से लगाई छलांग

हादसे के वक्त हॉस्टल में 60 से अधिक कोचिंग छात्र मौजूद थे, आग लगते ही कोचिंग छात्रों में भगदड़ मच गई. हादसे के वक्त मौजूद लोगों ने आजतक की टीम को बताया कि आग इतनी भयानक थी कि पूरा हॉस्टल अंदर से धुएं का गुब्बारा बन गया था. धुएं की वजह से छात्रों को हॉस्टल से बाहर निकलने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.

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कोटा: हॉस्टल में आग लगने से कई छात्र जख्मी (फोटो- चेतन गुर्जर)
कोटा: हॉस्टल में आग लगने से कई छात्र जख्मी (फोटो- चेतन गुर्जर)

राजस्थान की कोचिंग नगरी कोटा के एक हॉस्टल में आग लगने से 8 स्टूडेंट्स झुलस गए हैं, इनमें से दो को गंभीर हालात में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. घटना के वक्त हॉस्टल में 60 से ज्यादा छात्र मौजूद थे. आग लगने के बाद हॉस्टल में भगदड़ मच गई इस बीच एक छात्र ने अपनी जान बचाने के लिए चौथी मंजिल से छलांग लगा दी. शुरुआती जांच में हॉस्टल मालिक की बड़ी लापरवाही सामने आई है. बताया जा रहा है कि हॉस्टल मालिक ने अंदर ही बिजली का एक बड़ा ट्रांसफार्म लगलाया हुआ था जिसमें शॉर्ट सर्किट होने से यह हादसा हुआ.

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सभी स्टूडेंट्स को पुलिस ने हॉस्टल संगठन की मदद से दूसरे हॉस्टल में शिफ्ट करवाया है. छात्रों के लिए खाने-पीने का इंतजाम करवाया है. दो छात्रों का अस्पताल में उपचार चल रहा है और बाकी 6 छात्रों को उपचार के बाद अस्पताल से हॉस्टल भेज दिया है. गनीमत रही की हादसे में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई. स्टूडेंट्स के सामान जरूर जल गए. निगम CFO राकेश व्यास ने बताया की आदर्श हॉस्टल में संचालक की बड़ी लापरवाही सामने आई है. 

हॉस्टल मालिक की लापरवाही से हुआ हादसा, अब होगी पूरी जांच
घटना कोटा के कुन्हाड़ी इलाके में स्थित एक हॉस्टल की है, जहां अचानक लगी आग ने देखते ही देखते  विकराल रूप लिया. आग लगने की सूचना मिलते ही कुन्हाड़ी थाना पुलिस, नगर निगम के CFO राकेश व्यास और दमकल की टीम ने मौके पर आग बुझाई. इस बीच एसपी कलेक्टर सहित कई अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया. अधिकारियों ने इस पूरी घटना के जांच के आदेश दिए हैं. हॉस्टल में आग बुझाने के संसाधन थे या नहीं थे, हॉस्टल के अंदर ही बड़ा ट्रांसफार्मर लगाया हुआ था, जो पूरी तरह अवैध है. साथ ही, हॉस्टल में किसी तरह के फायर उपकरणों की व्यवस्था नहीं थी.

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चौथी मंजिल की खिड़की से कूदा छात्र, स्थानीय लोगों ने की मदद
हादसे के वक्त हॉस्टल में 60 से अधिक कोचिंग छात्र मौजूद थे, आग लगते ही कोचिंग छात्रों में भगदड़ मच गई. हादसे के वक्त मौजूद लोगों ने आजतक की टीम को बताया कि आग इतनी भयानक थी कि पूरा हॉस्टल अंदर से धुएं का गुब्बारा बन गया था. धुएं की वजह से छात्रों को हॉस्टल से बाहर निकलने में काफी मशक्कत करनी पड़ी और जब बाहर निकलने तो आंखें जल रही थी, कुछ नहीं दिख रहा था. बताया जा रहा है कि अगर स्थानीय लोग मदद नहीं करते तो बड़ा हादसा हो सकता था, कई बच्चों की जान पर बन आती.  जैसे-तैसे बच्चों ने अपनी जान बचाई कुछ छत की ओर भागे तो किसी ने ऊपर से चलांग लगा दी भगदड़ के बीच एक बच्चे ने चौथे फ्लोर चलांग लगा दी जिसका पैर फैक्चर हो गया और हाथ और मुंह पर भी चोट आई है.

चौथी मंजिल से कूदने वाले छात्र ने बताई आपबीती
हॉस्टल के चौथे माले से कूद कर अपनी जान बचाने वाले छात्र अर्पित पांडे ने बताया कि मैं सो रहा था लाइट चली गई मुझे लगा की लाइट आती जाती रहती है तो अभी थोड़ी देर में आ जाएगी. बहुत देर तक लाइट नहीं आई तो मुझे गर्मी लगी, मैंने जैसे ही कमरे का गेट खोला और बाहर निकला तो पूरे हॉस्टल में धुआं-धुआं था, तब चला कि हॉस्टल में आग लग गई है, सब इधर-उधर भाग रहे थे, मेरे रूम के बगल में बालकनी थी, मैं वहां जाकर खड़ा हुआ तो वहां भी सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. उसके बाद धुआं और तेजी से बढ़ता गया, मैं 4th फ्लोर पर था, मुझे इतना सफोकेशन होने लगा तो मैं सीढ़ियों से नीचे उतरने लगा नीचे लेकिन धुआं ज्यादा होने की वजह से वापस उसी फ्लोर पर आ गया. लेकिन सफोकेशन बढ़ रही थी, दम घुट रहा था, सांस नहीं लिया जा रहा था, आंखें नहीं खुल पा रही थी. मैं बालकनी से बाहर की ओर उतरने लगा और उसके बाद मुझे कुछ याद नहीं, जब होश आया तो मैं हॉस्टिपल में था और मैं पैर फैक्चर था, हाथ और मुंह पर भी चोट आई है.

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कोटा एसपी ने घटना के बाद क्या कहा?
कोटा सिटी एसपी अमृता दूहन ने बताया कि कुंन्हाडी थाना इलाके में लक्ष्मण विहार है उसमें आदर्श रेजिडेंसी में सुबह 6:30 बजे शॉर्ट सर्किट से आग लगी है. यह पांच मंजिला हॉस्टल है जिसमें 75 कमरे हैं और 61 स्टूडेंट्स रहते हैं. सभी स्टूडेंट्स को काउंट कर लिया गया है, सभी सुरक्षित हैं. जिन छात्रों को चोट लगी है उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. 8 स्टूडेंट्स को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा जा चुका है, जिसमें से दो स्टूडेंट्स अस्पताल में भर्ती हुए हैं और बाकी स्टूडेंट्स को प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.

उन्होंने आगे कहा कि हमने ऑफिशियल टीम को मौके पर बुलाया है ताकि पता चल सके कि आग लगने के क्या कारण थे और कंप्लेंट पर मुकदमा दर्ज करेंगे और कार्रवाई करेंगे. जो स्टूडेंट रह रहे थे उन्हें हॉस्टल एसोसिएशन के माध्यम से काउंसलिंग करवाई जाएगी, कोई स्टूडेंट डरा हुआ तो नहीं जांच और उपचार किया जाएगा. इसके अलावा छात्रों के खाने-पीने की व्यवस्था दूसरे हॉस्टल में कर दी गई है. अगर लापरवाही भरती गई है तो रिसर्च के बाद, एफएसएल टीम कि रिपोर्ट अनुसार कार्रवाई की जाएगी. एक बच्चे को चोट आई है वह ऊपर बालकनी से आग लगने की वजह से बाहर कूद गया था हॉस्पिटल में उसका उपचार चल रहा है, मैं खुद भी अस्पताल जा रही हूं.
 

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