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GPSC New Chariman: कौन हैं IPS हसमुख पटेल, जो संभालेंगे गुजरात लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष का पद

IPS हसमुख पटेल का मूल निवास बनासकांठा जिले में है और वह 1993 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. अपने करियर के दौरान उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर सेवा दी हैं. पुलिस अधीक्षक के रूप में उन्होंने प्रोहिबिशन, सूरत, पोरबंदर, वलसाड और भावनगर रेलवे में अपनी जिम्मेदारियां निभाईं.

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IPS Hashmukh Patel
IPS Hashmukh Patel

गुजरात लोक सेवा आयोग के नए अध्यक्ष के रूप में आईपीएस अधिकारी हसमुख पटेल को नियुक्त किया गया है, जिनका चयन नलिन उपाध्याय के कार्यकाल समाप्ति के बाद हुआ है. हसमुख पटेल 1993 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और वर्तमान में पुलिस भर्ती बोर्ड के चेयरमैन के रूप में कार्यरत हैं. 

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पेपर लीक से निपटने वाले IPS अधिकारी

पिछले साल, हसमुख पटेल ने गुजरात पंचायत सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में काम करते हुए पेपर लीक जैसी चुनौतियों का सामना किया और भर्ती परीक्षाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया. इसके अलावा, उन्होंने LRD (लोक रक्षक दल) की परीक्षा भी अच्छे तरीके से आयोजित की. उनकी मेहनत और ईमानदार कार्यशैली ने उम्मीदवारों का भर्ती प्रक्रिया पर विश्वास फिर से कायम किया, जिससे वे एक कुशल और भरोसेमंद अधिकारी के रूप में सराहे जा रहे हैं.

11 नवंबर से संभालेंगे GPSC चेयरमेन का पद

आईपीएस अधिकारी हसमुख पटेल, जो वर्तमान में गुजरात पुलिस हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं उन्हें गुजरात पुलिस महकमे के सबसे भरोसेमंद और प्रामाणिक अधिकारियों में गिना जाता है. हसमुख पटेल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वह 11 नवंबर से गुजरात लोक सेवा आयोग (GPSC) का कार्यभार संभालेंगे.  यह उनके लिए एक बड़ी और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है, जिसे सरकार ने सौंपा है.

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इस बैच के IPS हैं हसमुख पटेल

हसमुख पटेल का मूल निवास बनासकांठा जिले में है और वह 1993 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. अपने करियर के दौरान उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर सेवा दी हैं. पुलिस अधीक्षक के रूप में उन्होंने प्रोहिबिशन, सूरत, पोरबंदर, वलसाड और भावनगर रेलवे में अपनी जिम्मेदारियां निभाईं. इसके अलावा, DIG और IGP के पदों पर रहते हुए उन्होंने सूरत रेंज, गांधीनगर रेंज, एंटी करप्शन ब्यूरो और स्टेट मॉनिटरिंग सेल में भी कार्य किया है. उनकी यह बहुआयामी प्रशासनिक क्षमता और अनुभव उन्हें एक सक्षम और कुशल अधिकारी के रूप में प्रतिष्ठित करती है.

हसमुख पटेल का सोशल मीडिया पर सक्रिय रहना और खासतौर से परीक्षार्थियों के सवालों का जवाब देना और भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए रखना उनकी पहचान का हिस्सा बन गया है. उनके इस व्यवहार से युवाओं में उनके प्रति गहरा विश्वास और आदर है. उनका GPSC अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल 2 साल 8 महीने का रहेगा, और इस पद का कार्यभार संभालने से पहले उन्हें पुलिस सेवा से इस्तीफा देना होगा.

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