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इस राज्य के पैरा मेडिकल कॉलेजों में दाख‍िला प्रक्र‍िया शुरू, ये है लास्ट डेट, देखें- कोर्सेज की ल‍िस्ट

गुजरात के पैरा मेडिकल कॉलेज में फिजियोथेरेपी, नर्सिंग, जीएनएम, एएनएम, बी.ऑप्ट्रोमेट्री, बी.ऑक्यूपेशनल थेरेपी, बी. ऑर्थोटिक्स और बी. नेचुरोपथी कोर्सेस में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. आवेदन करने की आखिरी तारीख 15 जुलाई 2024 है.

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Gujarat Medical College Admission
Gujarat Medical College Admission

Gujarat Para Medical Courses Admission: गुजरात के पैरा मेडिकल कॉलेज में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जो छात्र फिजियोथेरापी, नर्सिंग, जीएनएम (General Nursing and Midwifery), एएनएम, बी.ऑप्ट्रोमेट्री, बी.ऑक्यूपेशनल थेरेपी, बी. ऑर्थोटिक्स और बी. नेचुरोपथी का कोर्स करना चाहते हैं वे कॉलेज में अपना आवेदन जमा कर सकते हैं. पैरा मेडिकल कॉलेज में इन कोर्स के लिए एडमिशन लेने की आखिरी तारीख 15 जुलाई है. 

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15 जुलाई तक कर सकते हैं आवेदन

प्रवेश के लिए आखिरी तारीख 15 जुलाई 2024 है. एडमिशन के लिए प्रवेश समिति की वेबसाइट www.medadmgujarat.org पर जाकर कैंडिडेट्स को अपना रजिस्ट्रेशन करवाना रहेगा. रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद अपने प्रमाणपत्र 15 जुलाई तक ऑनलाइन सबमिट करने होंगे. 15 जुलाई के बाद कॉलेज सभी डॉक्यूमेंट को वेरिफाई करेगा. 16 जुलाई तक हेल्प सेंटर छात्रों को अपने आवेदन और असल प्रमाणपत्रों की जांच करवानी होगी. प्रवेश के संदर्भ में किसी भी प्रकार की समस्या को लेकर छात्र  pnamec.admcommittee1@gmail.com पर ईमेल करके सहायता प्राप्त कर सकते हैं.

कॉलेजों में इतनी सरकारी और प्राइवेट सीटें

बता दें कि गुजरात में नर्सिंग की 400 सरकारी सीटें और 14,000 से अधिक सेल्फ फाइनेंस सीटे हैं. जीएनएम की 900 सरकारी और 18,300 से ज्यादा सीटे सेल्फ फाइनेंस छात्रों के लिए हैं. एएनएम में 650 सरकारी और 10,000 से अधिक सेल्फ फाइनेंस सीट उपलब्ध हैं. फिजियोथेरापी, नर्सिंग, जीएनएम, एएनएम, बी.ऑप्ट्रोमेट्री, बी.ऑक्यूपेशनल थेरापी, बी. ऑर्थोटिक्स और बी. नेचुरोपथी में प्रवेश के लिए अब तक 4757 छात्रों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा लिया है.

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गुजरात में पैरा मेडिकल कॉलेजों की फीस बढ़ी

GMERS तहत आने वाली MBBS की सरकारी कोटा की सीट की फ़ीस में की जाने वाली भारी बढ़ोत्तरी से पेरेंट्स एसोसिएशन आक्रोशित हैं. फीस बढ़ाने के इस फैसले को लेकर अभिभावक और पेरेंट्स एसोसिएशन सोसाइटी से काफी नाराज हैं. उनकी मांग है कि इस फीस को कम किया जाए ताकि मिडिल या लोअर मिडिल क्लास के छात्र भी अपना डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर पाएं. 

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