गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के पूर्व इंचार्ज कुलपति और प्रोफ़ेसर शैलेश पंचाल को डिसमिस कर दिया गया है. प्रोफ़ेसर एसडी पंचाल के खिलाफ महिला प्रोफेसर ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. जिसकी जांच के लिए विशेष कमिटी का गठन किया गया था. जांच कमिटी की रिपोर्ट में भी प्रोफेसर से पंचाल को दोषी पाये जाने पर डिसमिस करने का फैसला किया गया है.
शैलेश पंचाल अब तक गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी में इंचार्ज कुलपति, इंचार्ज रजिस्ट्रार, पूर्व बीओजी मेंबर के महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. एसडी पंचाल पर महिला प्रोफेसर द्वारा लगातार गए यौन उत्पीड़न के आरोप के खिलाफ ख़ुद को साबित करने का मौक़ा भी दिया गया लेकिन इस मामले में जांच के लिए गठित कमिटी के सदस्यों के सामने एसडी पंचाल खुदको निर्दोष साबित नहीं कर पाये और दोषी साबित होने पर GTU की तरफ से एसडी पंचाल को डिसमिस करने का निर्णय किया गया. शैलेश पंचाल एक डिपार्टमेंट के हेड यानी प्रोफेसर थे और जरूर पड़ने पर वह इंचार्ज कुलपति बनाए गए थे. इसी तरह वह चार्ज रजिस्ट्रार, पूर्व बीओजी मेंबर के पद पर रहे.
जांच कमेटी की रिपोर्ट में दोषी पाए गए एसडी पंचाल
गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार केएन खैर ने कहा कि, एसडी पंचाल के खिलाफ महिला प्रोफेसर द्वारा यौन उत्पीड़न की शिकायत मिलने के बाद इंटरनल कंप्लेंट कमिटी का गठन किया गया था. कमिटी के रिपोर्ट में एसडी पंचाल दोषी पाये गए थे. एसडी पंचाल को अपना जवाब पेश करने के लिए मौका भी दिया गया, इस दौरान उनका ट्रांसफर कर दिया गया. आखिरकार जांच कमिटी की रिपोर्ट को ध्यान में रखकर एसडी पंचाल को डिसमिस कर दिया गया है.