Hijab Row in West Bengal: स्कूल में हिजाब पहनने का मामला अभी ठंडा होता नहीं दिख रहा है. देश के कई राज्यों तक पहुंच चुका विवाद अब एक बार फिर पश्चिम बंगाल में उठा है. पश्चिम बंगाल के धूलागढ़ के आदर्श स्कूल में कुछ छात्राओं के हिजाब पहनकर आने के बाद बवाल शुरू हो गया. छात्राओं द्वारा हिजाब पहनने के विरोध में कई छात्र हिंदू धार्मिक चिन्ह पहनकर स्कूल पहुंच गए. छात्र-छात्राओं के गुट आपस में भिड़ गए जिसके बाद स्कूल की छुट्टी करनी पड़ी.
11वीं-12वीं की परीक्षा हुई रद्द
संकरैल धूलागढ़ के आदर्श स्कूल में छात्राओं के हिजाब का विरोध करने के लिए कई छात्र-छात्राएं नामाबली (हिंदू धर्म चिन्हों वाला गमछा) पहनकर पहुंचे. स्थिति तनावपूर्ण होने पर पुलिस मौके पर पहुंची. स्कूल में अशांति के चलते मंगलवार को 11वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई. स्कूल की प्रबंध समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि छात्र-छात्राएं स्कूल यूनिफॉर्म में ही स्कूल आएंगे. इस घटना का अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों ने विरोध किया तो दोनों गुटों में झड़प शुरू हो गई. कई छात्रों ने स्कूल की मेज और कुर्सियों को उलट दिया. कुछ चीजों में तोड़फोड़ भी की गई.
स्कूल में भिड़े छात्र-छात्राएं
स्कूल के बच्चों ने बताया कि कक्षा 11वीं की परीक्षा के लिए जब कुछ लड़कियां हिजाब पहनकर आईं तो हिंदू लड़कियों ने उन्हें यूनिफॉर्म में परीक्षा देने के लिए कहा जिसपर उनमें कहासुनी हो गई. उनके विरोध में कुछ लड़के नामाबली पहनकर आ गए जिसके बाद छात्र-छात्राओं के दो गुट आपस में भिड़ गए. हालांकि, स्कूल प्रशासन ने कहा है कि स्कूल की संपत्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
हिजाब के समर्थन में बोले TMC नेता
TMC विधायक मदन मित्रा ने शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने का समर्थन किया है. उन्होंने कहा, 'जब कोई सिख व्यक्ति हेलमेट के बजाय पगड़ी पहनता है तो वह भारत के संविधान खिलाफ नहीं जाता. कानून में इसकी अनुमति है. ऐसे ही अगर कोई लड़की हिजाब पहनती है तो उसका विरोध नहीं किया जाना चाहिए.'
'लेकिन भाजपा पश्चिम बंगाल राज्य में हिजाब का राजनीतिकरण कर रही है. एक स्कूल अपने छात्रों को एकरूपता बनाए रखने के लिए कह सकता है, लेकिन मेरे विचार से अगर कोई लड़की स्कूल में हिजाब पहनती है तो इसका विरोध नहीं किया जाना चाहिए. यदि कोई हिंदू धर्म का प्रतीक पहनकर आता है तो उसे भी नहीं रोकना चाहिए, जबतक कि वह कोई राजनीति नहीं कर रहा है.'
BJP नेता ने दिया कोर्ट के फैसले का हवाला
हस मामले पर बीजेपी की विधायक अग्निमित्र पॉल ने कहा कि सभी शैक्षणिक संस्थानों को यूनिफॉर्म ड्रेस कोड के नियम का ही पालन करना चाहिए. यही कोर्ट का फैसला है और यही होना चाहिए.