देश में पिछले कुछ सालों में सारी चीजें अधिकतर डिजिटल तरीके से की जा रही हैं. ऐसे में डिजिटल युग में सब कुछ बेहद तेज और आसान बनते जा रहा है. वहीं कोविड काल से अपनी सेहत का ध्यान रखना भी काफी डिजिटल हो गया है. आज के युग में अगर कोई बीमार है और बीमारी का पता लगाना है तो वो भी डिजिटल तरीके से होता है. उसका रिजल्ट भी जल्दी आता है. ऐसे में डिजिटल हेल्थ को और प्रचलित करने के लिए आईआईटी बॉम्बे में अपनी तरीके का पहला डिजिटल हेल्थ सेंटर खोला गया है.
ABDM से जोड़ा गया हेल्थ सेंटर
डिजिटल स्वास्थ्य के लिए कोइता केंद्र शैक्षणिक कार्यक्रमों, स्वास्थ्य सेवा में अनुसंधान और डिजिटल स्वास्थ्य में उद्योग सहयोग पर केंद्रित होगा. यह सेंटर डिजिटल स्वास्थ्य और सूचना विज्ञान में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. साथ ही इस सेंटर को भारत के आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के साथ जोड़ा गया है.
इस सेंटर का मुख्य उद्देश्य देश में एकीकृत डिजिटल स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का समर्थन करने के लिए आवश्यक रीढ़ विकसित करना है. जिससे केंद्र स्वास्थ्य सेवा अनुप्रयोगों, डेटा प्रबंधन, विश्लेषण और एआई/एमएल, उपभोक्ता स्वास्थ्य और टेलीमेडिसिन, कम्प्यूटेशनल जीव विज्ञान और जैव सूचना विज्ञान और जनसंख्या स्वास्थ्य और सार्वजनिक स्वास्थ्य नीति के क्षेत्रों में अनुसंधान कर रहा है.
इन उद्देश्यों पर होगा ध्यान
IIT बॉम्बे ने जून 2021 में कोइता सेंटर फॉर डिजिटल हेल्थ (KCDH) की स्थापना की घोषणा की थी. केंद्र इस क्षेत्र में शैक्षणिक कार्यक्रमों, अनुसंधान और उद्योग सहयोग को चलाने पर केंद्रित रहेगा. साथ ही महामारी के समय होने वाली बाधाओं पर काबू पाने भी काम करेगी. डिजिटल समाधान भारत में स्वास्थ्य सेवा को बदल ने में एक महत्वपूर्ण किरदार निभाएगी.
इस सेंटर के शुरू होने से बड़े स्वास्थ्य देखभाल डेटा सेट का प्रबंधन, व्यक्तिगत चिकित्सा में एआई/एमएल जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग, सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए रोग मॉडलिंग का महत्व डिजिटल स्वास्थ्य में स्थानीय नवाचार और डिजिटल स्वास्थ्य में राष्ट्रव्यापी क्षमता निर्माण की एक नई नींव रखेगा.